लोक परंपरा की सुरीली यादों में मिठास घोल गयीं पद्मश्री मालिनी अवस्थीएनसीजेडसीसी में राष्ट्रीय शिल्प मेले का शोभा यात्रा के साथ हुआ आगाज22 राज्यों के कलाकार मेले के मंच पर देंगे रंगारंग प्रस्तुतियां

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। भारतवर्ष की माटी की सुगंध से लबरेज आंचलिक लोकनृत्यों की बहुरंगी प्रस्तुतियों, देशज लोकगीतों एवं सम्मोहक गायन के साथ पूरे भारत की सांस्कृतिक छटा को बिखेरे राष्ट्रीय शिल्प मेले का शुभारंभ शुक्रवार की शाम उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृति केंद्र के शिल्पहाट में हुआ। पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने विघ्न विनायक गणपति की मूर्ति पर माल्यार्पण कर तथा नारियल फोड़कर एवं मंच पर दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। केंद्र निदेशक प्रो। सुरेश शर्मा ने बुके भेंटकर उनका वार्म वेलकम किया।

डायरेक्टर ने बताया मेले का उद्देश्य
केंद्र निदेशक ने मेला के बारे में और इसे आयोजित किए जाने कारण बताया। मशहूर लोकगायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी मंच पर पहुंची जोरदार तालियों के साथ दर्शकों ने उनका स्वागत किया। स्वागत से अभिभूत मालिनी अवस्थी ने प्रयागराज से जुडी अपनी यादों को ताजा कियस। उन्होंने चिर परिचित अंदाज में पहले श्रोताओं से खुद को जोड़ा उसके बाद मुक्ताकाशी मंच को सुरों से सजाना शुरू किया। लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने एक के बाद एक कई लोकगीतों से समां बांध दिया। उन्होंने राजा जनक के द्वारे भीड़ तथा नीक लागै बलमुआ अंगनवा बीच की प्रस्तुति से खूब वाहवाही बटोरी। दर्शक दीर्घा में बैठे लोग 'रेलिया बैरन पिया को लिए जाएÓ समेत एक के बाद एक लोकगीतों पर ठंड के बीच झूमते-नाचते रहे।

शहनाई वादन से शुभारंभ
महेन्द्र पवन धानक एवं दल ने शहनाई वादन से सांस्कृतिक संध्या का आगाज किया। इसके बाद मध्य प्रदेश के उमेश यादव नामदेव व दल ने बधाई नृत्य की प्रस्तुति देकर खूबवाही पाई। जोथानपुइया रेन्थले एवं दल ने मिजोरम का चेरावं लोकनृत्य की प्रस्तुति देकर अपने प्रदेश की संस्कृति से रूबरू कराया। वही याकुम नाबम व दल ने रिखम्पदा नृत्य की प्रस्तुति से दर्शकों को आनन्दित किया। गुजरात का डांग और राजस्थान का चरी, घूमर नृत्य ने सजे पंडाल में मिठास भरने का काम किया।

निकाली गई भव्य शोभा यात्रा
12 दिवसीय राष्ट्रीय शिल्प मेला के शुभांरभ की कड़ी ढोल, ताशा और डीजे पर बजती मधुर धुन के साथ भव्य शोभा यात्रा से हुई। दोपहर में केंद्र कार्यालय से निकली शोभायात्रा एजी ऑफिस, पत्थर गिरिजाघर से सुभाष चौराहा, सिविल लाइंन होते हुए पीवीआर तथा राजापुर होते हुए केंद्र कार्यालय पहुंचकर समाप्त हुई। इस दौरान लोक नृत्य के साथ ही मिजोरम का मनोहारी नृत्यों को देखने के लिए शहरवासी उमड़ पड़े। पूरा दृश्य एक मिनी भारत सा लग रहा था। शोभा यात्रा सुभाष चौराहे पर पहुंचने पर व्यापार मंडल के अध्यक्ष नीरज जायसवाल ने केंद्र निदेशक एवं कलाकारों को पुष्प गुच्छ व माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया। संचालन संजय पुरुषार्थी ने किया।

Posted By: Inextlive