बेली अस्पताल में मनाया गया क्लब फुट दिवसबीमारी से पीडि़त बच्चों से कटवाया गया केकआरबीएसके और एनएचएम की ओर से चलाया जा रहा संयुक्त अभियान

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। जी हां, शिवम के माता पिता के चेहरे पर जबरदस्त खुशी थी। उन्हें भी पता था कि पांच साल बाद उनका बेटा आराम से सीधा चल सकेगा। वह क्लब फुट बीमारी का शिकार था और बचपन से उसका पैर मुड़ा हुआ था। लेकिन, शनिवार का ठीक होने के बाद उससे बेली अस्पताल में केक कटवाया गया। इस अवसर पर इस बीमारी से पीडि़त दर्जनों की संख्या में बच्चे मौजूद थे।

नहीं था यकीन कि ठीक हो जाएगा
शिवम के माता पिता का कहना था कि उन्हे भी यकीन नही था कि उनका बच्चा ठीक हो जाएगा। तिलई बाजार के रहने वाले संदीप मौर्य मिस्त्री हैं और पांच साल पहले जब उनके बच्चे का जन्म हुआ तो दाहिने पैर में विकृति थी। दंखनं पर पता चला कि वह क्लब फुट की बीमारी से ग्रसित है। शनिवार को क्लबफुट दिवस होने की वजह से डॉक्टर्स ने उससे केक कटवाकर बाकी बच्चों का हौसला बढाया। इस मौके पर बीस अन्य बच्चे भी मौज्ूद थे जो क्लब फुट के शिकार थे।

जन्मजात होते हैं शिकार
बेली अस्पताल के आर्थोपेडिक सर्जन डॉ। एआर राजपाल ने बताया कि यह एक जन्मजात बीमारी है। इसमें जन्म से बच्चे के पैर मुडे होते हैं। इसमें बच्चे के पैर में प्लास्टर बांधकर पांच साल छोड़ दिया जाता है। इसके बाद पैर अपने आप ठीक हो जाते हैं। इस दौरान बच्चों के पैरे की निगरानी की जाती है। सरकार के कार्यक्रम के तहत हर साल हजारों बच्चे इस बीमारी से निजात पा जाते हैं। इस अवसर अस्पताल के सीएमएस डॉ। आरपी मिश्रा, डॉ राधेश्याम मौर्या सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

Posted By: Inextlive