माघ मेला में आग से झुलसे सात श्रद्धाल
प्रयागराज ब्यूरो । गंभीर हालत में इन्हें इलाज के लिए एसआरएन हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। आग की भयानक लपटों की दर्ज में आने से दर्जन भर से अधिक कुर्सी व अन्य सामान जलकर राख हो गए। यह सब देख शिविर में रहे श्रद्धालु में अफरातफरी मच गई। आग से डरे-सहमे श्रद्धालु इधर उधर भागने लगे। जानकारी मिलते ने पर फायर ब्रिगेड के जवान और पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस झुलसे हुए श्रद्धालुओं को हॉस्पिटल पहुंचाने में जुट गई। जबकि फायर ब्रिगेड के जवान आग बुझाने के कार्य में लग गए। किसी तरह कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग बुझने के बाद शिविर के श्रद्धालु व संत राहत की सांस लिए। घटना उस वक्त हुई जब शिविर में भण्डारा के लिए प्रसाद बनाने का काम चल रहा था।
भंडारा का प्रसाद बनाते समय हुई घटना
ब्रह्म ऋषि स्वामी आत्मानंद भक्ति संस्थान के शिविर में प्रतापगढ़ जनपद के सरायखजुरी निवासी इंद्रपाल ङ्क्षसह कल्पवास कर रहे हैं। बताते हैं कि शनिवार की दोपहर सैयादान व भंडारे का आयोजन था। इसी भंडारे व सैयादान में शामिल होने के लिए रिश्तेदार व परिवार लोग भी आए हुए थे। शिविर में टेंट के पास टीनशेड में भंडारे का प्रसाद तैयार हो रहा था। दोपहर करीब 12 बज रहे थे। इसी बीच जिस गैस चूल्हे पर पूड़ी बन रही थी उसमें लगे सिलेंडर के रेगुलेटर में आग लग गई। आसपास रहे श्रद्धालु आग बुझाने की कोशिश करने लगे।
आग तो नहीं बुझी पर रेगुलेटर तेज आवाज के साथ ब्लास्ट कर गया। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि इससे आग की लपटें भयानक रूप अख्तियार कर लीं। आग की इन्हीं लपटों की जद में आने से 48 वर्षीय विजय सिंह पुत्र इंद्रपाल सिंह निवासी किठौर जिला प्रतापगढ़, 55 वर्षीय ऊषा ङ्क्षसह पत्नी महेंद्र निवासी किठौर सरायखेतई प्रतापगढ़, 53 वर्षीय बिट्टन देवी पत्नी मनोज निवासी सरायखेतई प्रतापगढ़ व पांडेय का पूरा सरायखेतई प्रतापगढ़ निवासी 45 वर्षीय शिवपूजन पुत्र माता प्रसाद गंभीर रूप से झुलस गए। इनके साथ 36 वर्षीय राजभूषण ङ्क्षसह पुत्र चंद्रभान और 70 वर्षीय इंद्रपाल एवं 50 वर्षीय चटकीला वर्मा आंशिक रूप से झुलस गई। खबर मिलने पर फोर्स के साथ पहुंचे पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल चारों श्रद्धालुओं को एसआरएन हॉस्पिटल लाए। यहां बर्न वार्ड में एडमिट कराए गए चारों श्रद्धालुओं का इलाज चल रहा है। जबकि राज भूषण और इंद्रपाल को मेला हॉस्पिटल में इलाज बाद छोड़ दिया गया। आग से सुरक्षा को लेकर मेला क्षेत्र में किए गए इंतजाम की पोल खुल गई। इस घटना के बाद लोग प्रशासनिक व्यवस्था पर अंगुली उठाने लगे।
आग से झुलसे हुए श्रद्धालु इलाज बाद खतरे से बाहर बताए गए हैं। चार का इलाज एसआरएन हॉस्पिटल में चल रहा है। जबकि तीन को मेला में इलाज बाद छोड़ दिया गया है। प्रथम दृष्टया जांच में आग की वजह गैस सिलेंडर में लीकेज पाया गया है।राजीव नारायण मिश्र, एसएसपी मेला