पीट-पीट कर सोमवार रात की गई भीम उर्फ द्वारिका विश्वकर्मा 35 की हत्या में बुधवार को सात लोग गिरफ्तार किए गए. गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में नाबालिग भी शामिल है. नाबालिग को बाल सुधार गृह जबकि अन्य छह अभियुक्त जेल भेज दिए गए. इन अभियुक्तों के द्वारा मारपीट की वजह जमीन की रंजिश ही बताई गई है. प्रकरण में भीम की मां रामसखी द्वारा कुल 19 लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया था. घटना कोरांव इलाके के गजाधरपुर ढेडिय़ा गांव में हुई थी.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। अविनाश विश्वकर्मा निवासी गजाधरपुर ढडिय़ा गांव के चार बेटे हैं। चार भाइयों में भीम तीसरे नंबर पर था। उसके तीन भाई रोजगार की गरज से गैर प्रदेशों में रहते हैं। भीम व उसकी मां सखी एवं पत्नी मुन्नी देवी और एक बेटी और बेटा रहता था। अन्य तीन भाइयों का परिवार गांव में ही रहता था। उसके घर के पास करीब दो बिस्वा आबादी की जमीन है। इस आबादी की जमीन के जिस हिस्से पर भीम कब्जा करना चाहता था। उसी पर उसके पड़ोस में रहने वाले परिवार के लोगों की भी नजर थी। सोमवार रात इसी जमीन के विवाद में भीम की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। बचाने पहुंची उसकी पत्नी व भाभी को भी चोटें आई थीं। मामले में भीम की मां रामसखी द्वारा नागेंद्र कुमार, अनिल, दीपक व मोहल सहित कुल 19 लोगों को नामजद किया गया था। बुधवार को कत्ल के इस मामले में पुलिस एक नाबालिग सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए लोगों में गांव के ही रामसहाय पुत्र हजारी, पन्ना देवी पत्नी रामसहाय, रागिनी विश्वकर्मा पत्नी मोहित लाल, पुनीता देवी पत्नी नेब्बू लाल, सबिता पत्नी मदन लाल, कुसुम पत्नी बेनी माधव व एक 13 वर्षीय बालक का नाम शामिल है। जेल भेजे गए छह अभियुक्तों में चार महिलाएं हैं। नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा गया है।इस घटना में सात अभियुक्त गिरफ्तार किए गए हैं। इसमें एक नाबालिग है। इस लिए छह को जेल जबकि नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा गया है।सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार

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