बिना हिंदी संभव नही आत्मनिर्भर भारत
प्रयागराज (ब्यूरो)। उपशिक्षा निदेशक/ प्राचार्य डायट राजेंद्र प्रताप के मार्गदर्शन में हिंदी दिवस के अवसर पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में हिंदी से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमो एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें निबंध लेखन, कविता लेखन, कहानी लेखन, पोस्टर निर्माण, भाषण, कविता पाठ एवं कहानी वाचन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उदघाटन वरिष्ठ प्रवक्ता शिव नारायण सिंह, आलोक तिवारी एवं रत्ना यादव के द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम का संयोजन हिंदी प्रवक्ता डॉ प्रतिभा सरोज द्वारा किया गया। वरिष्ठ प्रवक्ता शिव नारायण सिंह, आलोक तिवारी, प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी एवं अमित सिंह द्वारा प्रकाश डाला गया। कहानी प्रतियोगिता में प्रथम शिवांशी मिश्रा, तृतीय विकाश कुमार, कविता पाठ में प्रथम तृप्ति सागर द्वितीय सूर्य प्रकाश गुप्ता, तृतीय नेहा सिंह व भाषण प्रतियोगिता में प्रथम सत्यम त्रिपाठी द्वितीय संदीप साहू तथा वर्ग ब से कहानी में द्वितीय साधना यादव एवं भाषण में तृतीय निशा सिंह ने प्राप्त किया। हिंदी दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन
उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ व जनपद न्यायाधीश संतोष राय के निर्देश पर जनपद न्यायालय इलाहाबाद में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता एडीजे 3 रत्नेश कुमार श्रीवास्तव, एडीजे 2 विकास श्रीवास्तव, एडिशनल कोट एनआई एक्ट एनडी मिश्रा , न्याय मित्र आरके मिश्रा, एडीजे कृष्ण कुमार पंचम, नोडल अधिकारी निशा झा उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ लकी प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किया गया।अंग्रेजी की जानकारी नही होने पर ंिहंदी बेहतर विकल्पपारि-पुनस्थापन वन अनुसंधान केन्द में पखवाड़े का उदघाटन मुख्य अतिथि इलाहाबाद विवि के प्रो। दिनेशमणि ने किया। इस अवसर पर वार्षिक राजभाषा एवं विज्ञान व्याख्यानमाला के अंतर्गत विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी में हिन्दी के महत्व पर व्याख्यान हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि ने कहा कि देश कि बड़ी जनसंख्या को अंग्रेजी नहीं जानने के कारण विज्ञान के अनुसंधान से वंचित रखना अनुचित है। कार्यक्रम संचालन हरीश कुमार ने किया। मौके पर वैज्ञानिक कुमुद दूबे व आलोक यादव सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।कवियों ने बखानी हिंदी की महिमा
आर्य कन्या ग्रुप ऑफ एजुकेशन के तत्वाधान में आर्य कन्या इंटर कॉलेज के सभागार मे बुधवार को हिंदी दिवस पर कवि सम्मेलन आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक प्रोफेसर गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने कहा की आत्मनिर्भर भारत बिना हिंदी भाषा के संभव नहीं है। रचनाकारों ने सर्वथा देश को एक नई दिशा दी है। विशिष्ट अतिथि एसएसपी शैलेष कुमार पांडे ने कहा कि साहित्य के माध्यम से देश और दुनिया के बड़े-बड़े जटिल प्रश्न हल हो सकते है। ग्रुप के प्रबंधक शासी निकाय अध्यक्ष पंकज जायसवाल ने कहा कि हिंदी भाषा पर्व की कल्पना सिर्फ भाषा के प्रचार-प्रसार तक ही सीमित नहीं होनी चाहिए। संचालन डॉ रंजना त्रिपाठी ने किया। कवि सम्मेलन में कवियत्री प्रीता वाजपेई, कवियत्री डॉ आभा श्रीवास्तव, हास्य कवि धनंजय शाश्वत आदि ने हिंदी की महिमा का बखान किया।हिंदी ने राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोयाउत्तर मध्य रेलवे राजभाषा समारोह का आयोनज हुआ। जिसके मुख्य अतिथि महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने कहा कि हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार करने के पीछे मूल भावना यही थी कि हिंदी सदियों से पूरे देश की संपर्क भाषा रही है और इसने राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोया है। हिंदी विविधता में एकता की हमारी समृद्ध विरासत की वास्तविक प्रतीक है। मुख्य राजभाषा अधिकारी ने अतिथियों का स्वागत किया। उप मुख्य राजभाषा अधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।हिंदी की प्रासंगिकता पर हुई चर्चा
राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज में बुधवार को हिंदी दिवस मनाया गया, जिसमें छात्राओं और शिक्षिकाओं ने काव्य पाठ और भाषण में प्रतिभाग किया। प्रधानाचार्या नीलम मिश्रा ने हिन्दी की प्रासंगिकता और सस्वर लघु गीत प्रस्तुत किया। हिन्दी पखवाड़ा के अंतर्गत छात्राओं से स्वरचित कहानी प्रतियोगिता, स्वरचित कविता, वाद-विवाद और निबंध प्रतियोगिता के साथ काव्य पाठ, भाषण आदि आयोजित किया।भाषा के विकास के लिए प्रयास जरूरीज्वाला देवी इंटर कॉलेज सिविल लाइंस में हिन्दी दिवस के अवसर पर समारोह का आयोजन हुआ। जिसका शुभारम्भ मां सरस्वती के सम्मुख दीपार्चन एवं पुष्पार्चन से हुआ। मुख्य अतिथि के रुप में इलाहाबाद विवि के डॉ। योगेंद्र प्रताप सिंह, प्रधानाचार्य रामजी सिंह मौजूद रहे। हिन्दी विषय के आचार्य सरोज कुमार द्विवेदी ने हिन्दी भाषा की उपयोगिता एवं महत्ता पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि ने कहा कि हिंदी भाषा को देवनागरी लिपि में भारत की कार्यकारी और राजभाषा का दर्जा आधिकारिक रूप में दिया गया। हरेकृष्ण त्रिपाठी जी ने कहा कि हिन्दुस्तान का विकास तभी सम्भव है जब उसकी राज्य भाषा हिन्दी का विकास होगा। प्रधानाचार्य रामजी सिंह ने कहा कि हिन्दी भाषा हिन्दुस्तान की जननी है, इस भाषा को भारतवर्ष के निवासी मातृभाषा का दर्जा देते है। इस दृष्टि से इसका उत्थान करना हमारा मुख्य कर्तव्य होना चाहिये। संचालन विद्यालय आचार्य ब्रह्मनारायण तिवारी जी के द्वारा किया गया। इस अवसर पर हिन्दी विषय के आचार्य सन्तोष दुबे, रामानन्द वैश्य, गणेशजी द्विवेदी, सरोज दुबे, पवन सिंह आदि उपस्थित रहे।डीपी और जगत तारन ने मारी बाजी
जगत तारन गोल्डन जुबली स्कूल में रोटरी इलाहाबाद इलीट के संयुक्त तत्वावधान में वागाीशा अरुनव रे अंतर विद्यालयीय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि इलाहाबाद विवि के प्रो। राजेंद्र कुमार रहे। साथ ही राज्य ललित कला अकादमी संस्कृति मंत्रालय के कार्यकारी सदस्य रवीदं्र कुशवाहा, एनसीजेडसीसी की पूर्व कार्यक्रम अधिशासी कल्पना सहाय, नेहा गुप्ता उपस्थित रहे। संवाद प्रतियेागिता में डीपी पब्लिक स्कूल सुहानी जायसवाल व नित्या जायसवाल प्रथम, जेटी की शुभि पांडेय द्वितीय, पतंजलि ऋषिकुल की कृतिका शुक्ला व करुणा मिश्रा तृतीय स्थान पर रहे। गुरुकुल मांटेसरी के अंकिता सिंह व ऋतिका को प्रोत्साहन पुरस्कार मिला। वाद विवाद प्रतियोगिता में दिए तर्कबुधवार को पंडित रामचंद्र मिश्रा मेमोरियल पब्लिक स्कूल में हिंदी दिवस पर वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके पहले सरोजनी त्रिवेदी एवम टीजीटी अध्यापिका सोमलता श्रीवास्तव ने बच्चों के हिंदी भाषा के महत्व पर अपना व्याख्यान रखा। साथ ही जूनियर वर्ग मे हिन्दी कविता पाठ, हिंदी निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। सीनियर वर्ग मे हिन्दी भाषा मे वाद विवाद प्रतियोगिता का विषय मोबाइल और सोशल नेटवर्किंग का समाज पर पड़ता प्रभाव, ग्लोबल वार्मिंग के लिए औधोगिक करण जिम्मेदार है के पक्ष विपक्ष पर चर्चा का आयोजन हुआ। वाद विवाद प्रतियोगिता को आरसी तिवारी एवम सोमलता और सुशील सिंह ने जूरी किया। विद्यालय के निदेशक आकाश मिश्रा और प्रधानाचार्य अमित मिश्रा ने प्रतिभागी बच्चों को शुभकामनाएं दी।