तीसरी डोज लगवाने वाले हो रहे हैं परेशानस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से पैदा हो रही समस्यावैक्सीनेशन केंद्रों पर रोजाना होता है कर्मचारियों अैार लाभार्थियों में आमना-सामनाजी हां यह बात सही है. जिन लाभार्थियों ने फरवरी से लेकर अप्रैल के बीच कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाई थी. उनका पोर्टल पर अपडेट जून-जुलाई में दिख रहा है. ऐसे में जब वह वैक्सीनेशन केंद्रों पर तीसरी डोज लगवाने जा रहे हैं तो उनको वापस किया जा रहा है. क्योंकि तीसरी डोज की उनकी ड्यू डेट अभी नही आई है. ऐसा क्यों हो रहा है और इसका कौन जिम्मेदार है? इसका जवाब खुद विभाग के अधिकारियों के पास नही है.

प्रयागराज (ब्यूरो)। पिछले साल 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई थी। अप्रैल तक को वैक्सीन और कोविशील्ड की दोनों डोज 28 दिन के भीतर लगाई जा रही थी। उस दौरान पोर्टल भी ठीक से वर्क नही कर रहा था। ऐसे में पहले हेल्थ वर्कर, फिर फ्रंट लाइन वर्कर और बाद में सीनियर सिटीजंस को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई गई। इस दौरान विभाग की ओर से आनन-फानन में तीनो कैटेगरी को वैकसीन तो लगाई गई लेकिन पोर्टल पर उनकी फीडिंग ठीक प्रकार से नही की गई।

दबाव पड़ा तो हुआ अपडेट
वैक्सीन अधिक लगने और पोर्टल पर रियल टाइम अपडेट नहीं होने से प्रयागराज में वैक्सीन का वेस्टेज अधिक दिखने लगा था। ऐसे में जब शासन से दबाव पड़ा तो जून-जुलाई में पोर्टल में दूसरी डोज को अपडेट किया गया। यही कारण है कि अब जो लोग बूस्टर डोज लगवाने जा रहे हैं उनका अपडेट आगे दिखा रहा है। बता दें कि बूस्टर डोज तभी लगाई जाएगी जब दूसरी डोज लगवाए नौ माह का समय बीत गया होगा। यही कारण है कि जिनका अपडेट जून-जुलाई में दिखा रहा है उन्हें वैकसीनेशन केंद्रों से वापस किया जा रहा है।

हेल्थ केयर वर्कर को लगी फस्ट डोज- 34292
दूसरी डोज- 33870
बूस्टर डोज- 3646
फ्रंट लाइन वर्कर्स को लगी फस्र्ट डोज- 41802
दूसरी डोज- 41750
बूस्टर डोज- 2858
सीनियर सिटीजंस को लगी फस्र्ट डोज- 441109
दूसरी डोज- 274131
बूस्टर डोज- 2230
जिले में अब तक लगी कुल डोज- 6135550

सीएमओ कार्यालय में लगाई गुहार
इस समस्या को लेकर रोजाना कई लोग सीएमओ आफिस पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को भी आधा दर्जन लोगों ने यहां पर दस्तक दी। उनकी भी यही समस्या थी। उनका कहना था कि उनको दूसरी डोज लगे नौ माह हो चुके हैं लेकिन फिर भी बूस्टर डोज नही लगाई जा रही है। ऐसे में उनकी टीका लागने वालों से बहस भी हुई। कुछ अन्य लोग भी सीएमओ कार्यालय पहुंचे थे। उनका कहना था कि पोर्टल पर उनका मोबाइल नंबर गलत चढ़ा हुआ है। इसमें करेक्शन कराने आए हैं।

पूर्व में पोर्टल की खराब या दूसरी समस्या की वजह से बाद में अपडेट किया गया था। इसकी वजह से दिक्कत हो रही है। हमने शासन को इसकी जानकारी दी है। उम्मीद है कि जल्द ही पोर्टल पर संशोधन का विकल्प दिया जाएगा।
डॉ। तीरथ लाल
वैक्सीनेशन प्रभारी स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज

Posted By: Inextlive