अशरफ की ससुराल में चला सर्च ऑपरेशन
प्रयागराज (ब्यूराे)।आईएस 227 गैंग के सरगना अतीक के भाई अशरफ की ससुराल हटवा में पुलिस ने मंगलवार को करीब तीन घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया। गांव में पुलिस को वांछित 50 हजार रुपये की इनामी शाइस्ता परवीन के होने की खबर मिली थी। इसी सूचना पर पुलिस हटवा पहुंची तो अशरफ की ससुराल का पूरा कुनबा गायब मिला। शाइस्ता की तलाश में पुलिस के द्वारा करीब तीन घंटे तक गांव में उसकी तलाश की गई। इस दौरान ग्रामीणों से पूछताछ में पुलिस को मालूम चला कि दो गाडिय़ां अशरफ की ससुराल के दरवाजे पर आई थीं। मगर, पुलिस आने से पहले दोनों गाडिय़ां कहीं चली गईं। उस गाड़ी में शाइस्ता परवीन थी या नहीं? यह बात क्लियर नहीं हो सकी।
उमेश पाल मर्डर केस में है नामजद
जयंतीपुर में 24 फरवरी को विधायक राजू पाल की हत्या के गवाह उमेश पाल का कत्ल कर दिया गया था। इस घटना में शूटरों ने गनर पुलिस के जवान संदीप निषाद एवं राघवेंद्र सिंह को भी मौत के घाट उतार दिया था। इस प्रकरण में उमेश पाल की पत्नी जया पाल की तरफ से 25 फरवरी को केस दर्ज कराया गया था। धूमनगंज थाने में दर्ज इस मुकदमे में आईएस 227 गैंग के सरगना अतीक अहमद, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन भाई अशरफ, दो बेटों, गुड्डू मुस्लिम व गुलाम को नामजद किया गया है। इसके अतिरिक्त अतीक के कुछ अज्ञात साथियों का भी जिक्र दर्ज मुकदमे है। घटना के बाद वायरल वीडियो के आधार पर गोलियां बरसाते हुए दिखाई दे रहे अतीक के बेटे असद व गुलाम एवं गुड्डू मुस्लिम सहित अन्य की पहचान की गई। झांसी में असद व मो। गुलाम एसटीएफ से हुई मुठभेड़ में 13 अप्रैल को मारा गया। अतीक व अशरफ की तीन शूटरों के द्वारा पुलिस अभिरक्षा में हत्या कर दी गई। घटना के बाद से ही अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन व गुड्डू मुस्लिम एवं साबिर सहित अन्य भागे हुए हैं। साबिर व गुड््डू मुस्लिम पर पांच - पांच लाख तो शाइस्ता परवीन पर 50 हजार रुपये का इनाम है।
पुलिस को लौटना पड़ा खाली हाथ
मंगलवार को पूरामुफ्ती पुलिस के पास एक कॉल आई।
कॉलर ने बताया कि हटवा में अशरफ की ससुराल के दरवाजे पर दो गाडिय़ां पहुंची हैं। उसमें बुर्के में कुछ महिलाएं भी हैं।
शाइस्ता परवीन भी हो सकती है। यह खबर सुनते ही फोर्स के साथ पूरामुफ्ती थाना प्रभारी हटवा में अशरफ की ससुराल जा पहुंचे।
पुलिस के जवानों ने पाया कि अशरफ की ससुराल के दरवाजे पर कोई गाड़ी नहीं है। पूछताछ में पता चला कि पुलिस आने के पहले गाडिय़ां कहीं चली गई। पूरा मकान खाली मिला।
पुलिस ने पूरे गांव में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। ग्रामीणों से गहन पूछताछ की।
मगर, शाइस्ता परवीन तो दूर उसके मौजूद होने की बात भी क्लियर नहीं हुई।
करीब तीन घंटे सर्च ऑपरेशन के बाद पुलिस को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा।
उपेंद्र सिंह थाना प्रभारी पूरामुफ्ती