साइंस ने बिगाड़ा रिजल्ट का मिजाज
फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स में पासिंग मार्क्स मिलने में हो रही मुसीबत
परीक्षक भी महत्वपूर्ण विषयों में स्टूडेंट्स की परफार्मेस देखकर हैं हैरान ALLAHABAD: यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में इस बार स्टूडेंट्स की परफार्मेस को लेकर परीक्षक भी हैरान हैं। मूल्यांकन केन्द्रों पर साइंस स्ट्रीम के विषयों में स्टूडेंट्स की परफॉर्मेस सबसे ज्यादा खराब है। साइंस विषयों में करीब बड़ी तादाद में स्टूडेंट्स दस अंक के अंदर ही सिमट जा रहे है। इससे इन विषयों में परीक्षा परिणाम पिछले सालों के मुकाबले काफी कम होने की संभावना है। मंगलवार को भी मूल्यांकन केन्द्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के दौरान भी ऐसा ही नजारा दिखा। अग्रसेन छोड़ सभी केन्द्रों पर हुआ मूल्यांकनवित्तविहीन शिक्षकों के मूल्यांकन के बहिष्कार के बीच मंगलवार को भी मूल्यांकन जारी रहा। अग्रसेन इंटर कालेज में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ वित्तविहीन गुट के शिक्षकों ने पहुंचकर मूल्यांकन कार्यो का बहिष्कार करना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने मूल्यांकन कार्य में लगे शिक्षकों से भी मूल्यांकन का बहिष्कार करने की अपील की। जिसके बाद केन्द्र पर मूल्यांकन कार्य बंद कर दिया गया। हालांकि अन्य सभी मूल्यांकन केन्द्रों पर मूल्यांकन कार्य जारी रहा। इस बार भी लास्ट इयर की तरह ही मूल्यांकन कार्य करने में सबसे अधिक वित्त विहीन स्कूलों के शिक्षकों को लगाया गया है।
इस बार कापियों के मूल्यांकन को देखकर काफी हैरानी हो रही है। ऐसे में रिजल्ट काफी कम ही रहेगा। -हरगोविंद सिंह कई महत्वपूर्ण विषयों में स्टूडेंट्स की परफार्मेस काफी बेकार है। ज्यादातर कापियों में प्रश्नों के उत्तर ही नहीं लिखे गए है। ऐसे में खाली कापियों पर कैसे नम्बर दिए जाएंगे। -प्रभाकर सिंह फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स में ज्यादातर स्टूडेंट्स 33 प्रतिशत अंक भी हासिल नहीं कर पा रहे हैं। -सुनीत पाण्डेय अंग्रेजी विषय की कापियों का हाल भी ऐसा ही है। ज्यादातर स्टूडेंट्स या तो प्रश्नों का उत्तर नहीं लिखे है और जिन्होंने कुछ लिखा है, वह पूरी तरह गलत है। माहेश्वरी प्रसाद