पहले सांड ने सींग से पलटा फिर पैर से कुचला कीडगंज के चौखड़ी में हुई दर्दनाक घटना पूरी घटना पास लगे कैमरे में हुई कैद फूल खरीदने साइकिल से आया वृद्ध चौखंडी मोहल्ले में गुरुवार सुबह 75 वर्षीय बुजुर्ग पर सांड ने हमला कर दिया. सांड ने पहले बुजुर्ग को सींग से पलटा फिर पैर से कुचल दिया. इस घटना में नैनी निवासी 75 वर्षीय मृगुनाथ वर्मा की जान चली गई. इस दौरान पूरी घटना वहां पास लगे सीसीटीवी में कैद हो गई. बुजुर्ग नैनी एरिया से साइकिल चलाकर फूल-माला देने के लिए आया था. हादसे के बाद घटनास्थल पर लोगों ने नाराजगी जताई.


प्रयागराज (ब्यूरो)। नैनी थाना क्षेत्र फूलमंडी निवासी भृगुनाथ वर्मा फूल-माला बेचने का काम करते थे। गुरुवार सुबह चौखंडी इलाके में वह रोजाना की तरह से साइकिल चलाकर घरों में फूल-माला पहुंचाने आए थे। एक गली से वह निकल रहे थे कि कुछ युवकों ने सांड की तरफ इशारा कर रूकने को कहा। अभी वह कुछ समझ पाते इससे पहले वह आगे बढ़ गए। अचानक सांड उनकी तरफ बढ़कर उनपर हमला कर दिया। उन्होंने भागने की कोशिश की लेकिन सांड ने तेजी से आगे बढ़ते हुये बुजुर्ग पर सींग से हमला कर दिया। जैसे वह नीचे गिरे फौरन सांड ने पैर से कुचलते हुए सामने की गली में निकल गया। आसपास के लोग पहुंचे और तड़प रहे भृगुनाथ को अस्पताल ले जाने की तैयारी करने लगे, लेकिन तक तक उनकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं मौत की खबर मिलते बुजुर्ग के घर पर सन्नाटा पसर गया। परिजन रोते हुये पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। परिवार के लोगों ने मौत का जिम्मेदार नगर निगम को ठहराया है। सांड को पकडऩे में कर्मचारी घायल


सांड के हमले से बुजुर्ग की मौत की खबर मिलते ही नगर निगम सक्रिय हो गया। पशु चिकित्सा व कल्याण अधिकारी डा। विजय अमृत राज ने फौरन सांड को पकडऩे का निर्देश दिया। नगर निगम का कैटिल कैचिंग का दस्ता पकडऩे निकला तो एक कर्मचारी जख्मी हो गया। कई घंटे रेस्क्यू कर सांड को पकड़ लिया गया। सांड को पकड़कर कैटिल कैचिंग वाहन से शंकरगढ़ स्थित कान्हा गोशाला ले जाकर छोड़ा गया।

सोशल मीडिया पर हुई वायरलचौखंडी में जहां घटना हुई, वहीं सामने के मकान में सीसीटीवी लगा है। इस पूरी घटना की रिकार्डिंग इसमें हो गई। कुछ देर बाद जब लोगों ने इस वायरल वीडियो को सोशल मीडिया पर देखा तो वह कांप गए। वीडियो में मात्र सात सेकेंड में ही सांड ने भृगुनाथ की जान ले ली थी। उसको समझने तक का मौका नहीं मिला। कुत्तों से भी रहें सावधान


इस घटना के बाद दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट रिपोर्टर सरकार अस्पतालों में पहुंचने वाले घायलों का डाटा निकलवाया। पता चला कि सिर्फ बेली और काल्विन अस्पातल में एक हफ्ते में चालीस से पचास लोगों का कुत्ता काटने का इंजेक्शन लग जाता है। हर रात दो-चार लोग कुत्तों के दौडऩे पर गिरकर घायल होने पर पहुंचते है। यह ही नहीं इस एक महीने में आधा दर्जन के करीब लोगों का पैर भी फैक्चर हो गया है। यह समस्या शहर की ही नहीं बल्कि गंगापार और यमुनापार एरिया में और ज्यादा है।

Posted By: Inextlive