सलोरी आरओबी का रास्ता साफ, सेना ने जताई सहमति
प्रयागराज (ब्यूरो)। इस आरओबी का निर्माण बहुत पहले पूरा हो जाता लेकिन सलोरी से मजार तिराहे तक प्रस्तावित इस पुल में सेना की 1.2 हेक्टयेर जमीन आ रही है। एनओसी नही मिलने से इसका निर्माण कार्य अधर में लटक गया था। अब सहमति मिल जाने से निर्माण कार्य तेजी से शुरू हो गया है। सेतु निगम के अधिकारियों का दावा है कि जून 2023 तक आरओबी का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। अगले साल जुलाई से आवागमन शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि आरओबी का शिलान्यास नौ जनवरी 2021 को किया गया था। 11 दिसंबर 2021 तक इसका निर्माण पूरा होना था। लेकिन सेना से एनओसी नहीं मिलने से निर्माण कार्य अटक गया। सेना और अलग-अलग विभाग के बीच मामला कई माह तक फंसा रहा। सेतु निगम रेलवे का भी कार्य करेगी
आरओबी निर्माण के लिए 72 मीटर का काम रेलवे को कराना है। इस काम को भी सेतु निगम ही कराएगा। 16 करोड़ रुपये रेलवे का निर्माण कार्य कराया जाएगा। तीन माह के भीतर रेलवे वाला काम समाप्त कर दिया जाएगा।सलोरी आरओबी का निर्माण करीब 53 करोड़ की लागत से होगा। सलोरी से मजार तिराहे तक जाने वाले आरओबी की लंबाई 752 मीटर होगी।
इसके बनने से पालीटेक्निक के पास रेलवे क्रासिंग पर लगने वाले जाम से लोगों को छुटकारा मिलेगा।आरओबी बनने से सलोरी, ओम गायत्री नगर, गल्ला बाजार, ऊंटखाना, शुतुरखाना आदि इलाकों के लोगों को जाम से राहत मिलेगी।सेना और सेतु निगम के बीच जो जमीन को लेकर मामला फंसा हुआ था वह समाप्त हो गया है। सेना की मांग के अनुसार जमीन का कीमत अदा कर दी गई है। अब तेजी से निर्माण कार्य शुरू होगा। रविवार से सेना क्षेत्र में भी आरओबी का निर्माण कार्य शुरू हो गया। आरके सिंह, जीएम सेतु निगम