पहचान के लोगों में कातिल के छिपे होने का शक इसलिए पति के जाते ही हुई वारदातगले पर चाकू से गोद कर मौत के घाट उतारी गई सलमा के कातिल बाहरी नहीं हैं. क्योंकि कातिल यदि बाहर के होते तो उन्हें आते व जाते किसी न किसी की नजर जरूर पड़ी होती. बगल में एक मकान का निर्माण चल रहा है. निर्माण में कई मजदूर सुबह से काम कर रहे थे. इन मजदूरों ने भी किसी को गली में उसकी घर की तरफ आते या जाते हुए नहीं देखा. यदि चोर या बाहरी व्यक्ति चोरी और हत्या करते तो हड़बड़ाहट में वह उसी निर्माणाधीन मकान के सामने से होकर जाते. ऐसे में उन पर किसी न किसी मजदूर की नजर जरूर पड़ी होती है. जिस बक्सी खुर्द गली की यह सनसनीखेज घटना में उसमें कई लोगों के मकान हैं. सभी मकान का दरवाजा व खिड़की इसी गली में ही खुलती है. अशफ का मकान बीच में और एक फ्लोर का होने के नाते ऊंचाई भी सबसे नीचे है. किसी न किसी की नजर उसके भर से सामान समेट कर जाते हुए मोहल्ले के ही किसी व्यक्ति की नजर जरूर पड़ती.
By: Inextlive
Updated Date: Wed, 31 Aug 2022 12:56 AM (IST)
प्रयागराज (ब्यूरो)। सलमा का कातिल लोगों के जरिए किसी पहचान के व्यक्ति को ही माना जा रहा है। मोहल्ले के लोगों की मानें तो सुबह करीब दस बजे के आसपास सलमा का पति अशफ किसी के साथ दरवाजे पर देखा गया था। इसके करीब आधे घंटे बाद अशफ घर से चला गया। सलमा अक्सर दरवाजे को अंदर से बंद रखती थी। घर के बगल जिस प्लाट में ई-रिक्शा खड़ा होता था उसका भी गेट बंद ही रहता था। इन बातों पर यकीन करें तो ऐसी स्थिति में उसके घर में किसी अपरिचित या बाहरी व्यक्ति के जाने की आशंका खारिज होती है। मौका-ए-वारदात की भौगोलिक स्थिति और क्राइम सीन को पब्लिक यह मान रही कि सलमा के कातिल पहचान के लोग ही हो सकते हैं।
पुलिस हर एंगल पर जांच कर रही है। हम संभावनाओं या आशंकाओं के बिना कुछ भी नहीं कह सकते। जांच पूरी होने व अभियुक्त की गिरफ्तारी के बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ बता पाएंगे। वीरेंद्र कुमार मिश्र, थाना प्रभारी दारागंज
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