संगमनगरी पहुंचे रूपेश मकवाना का ग्रेंड वेलकम
प्रयागराज (ब्यूरो)।'युवा बचाओ, देश बचाओÓ का नारा देते हुए गिनीज रिकॉर्ड में नए कीर्तिमान को दर्ज कराने की दौड़ लगाते रूपेश मकवाना प्रयागराज पहुंचे, यहां अखिल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा उनका भव्यता से स्वागत किया गया। इस दौड़ में उन्होंने 6000 किलोमीटर को मात्र 89 दिनों में दौड़कर पूरा करने का लक्ष्य बनाया है, जिससे उनके नाम पर दूसरा रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो जाएगा।21 फरवरी से की थी शुरुआतइस सफर की उन्होंने 21 फरवरी को इंडिया गेट, नई दिल्ली से शुरुआत की थी। इसी तरह से 'स्वर्णिम चतुर्भजÓ के रास्ते 12 राज्यों में दौड़ लगा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आगमन हुआ। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को इसकी पूर्व से ही सूचना थी और यहां आगमन पर उन्होंने भव्यता से स्वागत किया। रूपेश मूलत: गुजरात के अहमदाबाद से हैं।
मोबाइल की लत से दूर रहें युवा
उन्होंने बताया कि इस वक्त युवाओं को 3 राक्षसों ने जकड़ रखा है। वह तीन राक्षस नशा, मोबाइल की लत और मानसिक तनाव हैं। रूपेश के मुताबिक इन तीनों समस्याओं से युवाओं को बचने की आवश्यकता है और वे इस सफर में युवाओं से बात करते हुए , जहां भी संभव हो पा रहा वहां चौपाल के माध्यम से युवाओं को इसके प्रति जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने इन तीनों राक्षसों के लडऩे को तीन कारगर उपाय बताए। उनके अनुसार योग, खेल और किताबों के अध्ययन इनसे बचाव संभव है। इस दौरान प्रांत सह-मंत्री आंचल सिंह, प्रयाग महानगर संगठन मंत्री राकेश मौर्य, सचिन सिंह, आदित्य सेन, शिवम शर्मा, केशव, महेश, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत मीडिया संयोजक अभिनव मिश्र आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।