साउथ मूवी की तरह स्कार्पियो पर गोलियां बरसा कर की गई हत्या की स्क्रिप्ट अचानक नहीं लिखी गई. इसकी रूपरेखा करीब डेढ़ दो महीने पहले हुई मारपीट से ही तैयार हो गई थी. दोनों पक्षों में जमीन को लेकर विवाद हुआ था. मामले की रिपोर्ट भी फाफामऊ थाने में दर्ज कराई गई थी. इसके बाद सोरांव तहसील में भी मारपीट हुई थी. इन घटनाओं के बावजूद पुलिस प्रकरण को गंभीरता से लेना मुनासिब नहीं समझी. ग्रामीणों द्वारा पुलिस की इसी अनदेखी को शनिवार को हुई घटना की वजह बताई जा रही है.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। जिस जमीन को लेकर दोनों पक्षों में लंबे समय से विवाद है वह रुदापुर गांव से पहले पेट्रोल पम्प से दाहिने जाने वाली रोड पर स्थित है। लोग बताते हैं कि विवादित जमीन की कीमत मौजूदा समय में लाखों रुपये है। इस जमीन को भट्ठा मालिक अतीक अहमद के बेटे मुदस्सिर व मोबस्सिर अपनी तो नामजद आरोपित अपनी बता रहे थे। दोनों पक्ष की इस जमीन पर नजर टिकी थी। इतना ही नहीं, जमीन का बैनामा दोनों अपने-अपने नाम बता रहे थे। विवाद कब्जे को लेकर चल रहा था। इसी जमीन के विवाद में करीब डेढ़ दो माह पूर्व दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी। बात थाने पहुंचा तो एक पक्ष के द्वारा फाफामऊ में मुकदमा भी दर्ज कराया गया। पुलिस के मुताबिक यह मुकदमा नामजद किए गए लोगों की तरफ से ही लिखवाया गया था। जबकि मुदस्सिर पक्ष का कहना है कि शिकायत उन लोगों ने भी कर रखी थी। इसके बाद इसी जमीन से सम्बंधित कुछ काम को लेकर मृतक पक्ष के लोग सोरांव तहसील गए हुए थे। अचानक नामजद किए गए लोग भी तहसील पहुंच गए और आमने सामने आ गए। तहसील गेट पर दोनों पक्षों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। उस वक्त अतीक पक्ष के लोगों द्वारा नामजद विपक्षियों को पीट दिया गया था। तभी से विपक्षी खारखाए बैठे थे। लोगों की मानें शनिवार को हुई घटना में नामजद जैद हाल ही में जेल से छूट कर आया था। जेल से उसके बाहर आने के बाद अतीक व उसके बेटों ने पुलिस को आगाह भी किया था। बावजूद इसके फाफामऊ पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठी हुई थी। ग्रामीणों की मानें तो यदि पुलिस पूर्व में हुई घटनाओं को गंभीरता से लेकर कुछ कार्रवाई की होती तो आज हमलावरों का मनोबल इतना नहीं बढ़ा होता।

मौके पर और भी मिल सकते हैं खोखेरुदापुर में जिस जगह स्कार्पियो पर गोलियां बरसाई गईं वहां से पुलिस को कुल चार खोखे मिले हैं। पुलिस की माने तो इसमें एक खोखा राइफल व बाकी पिस्टल के हैं। यहीं से अनुमान लगाया जा रहा कि स्कार्पियों पर पिस्टल के साथ राइफल से भी गोलियां बरसाई गई हैं। पुलिस मौके से चार खोखे मिलने की बात भले कर रही। मगर ग्रामीण कहते हैं कि घटना स्थल के आसपास यदि घास फूस में खोजा जाय तो खोखे और भी बरामद हो सकते हैं।

Posted By: Inextlive