लूट ने खोल दिया 'ब्लैकमनी' का खेल
प्रयाग (ब्यूरो)। लूट की घटना सनसनीखेज थी। 51 लाख रुपये लूट गये थे। पुलिस के खुलासे से पहले यह मीडिया तक पहुंच जाती तो सुर्खियां बन जाती। ऐसे में पुलिस ने ज्यादा सक्रियता दिखाया। नतीजा लूट की घटना भी पुलिस की तरफ से खुलासा होने के बाद ही सामने आयी। पुलिस ने लूट की घटना का खुलासा कर दिया। चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पैसों की रिकवरी कर ली। इससे लूट का शिकार बने परिवार के चेहरे पर रौनक लौट आयी। उम्मींद जग गयी कि पूरा पैसा वापस मिल जायेगा। लेकिन, इस प्रकरण ने जमीन की खरीद फरोख्त में चल रहे ब्लैकमनी के खेल को भी एक्सपोज कर दिया है। गवर्नमेंट की तरफ से नाम्र्स तय किया गया है कि दो लाख से ऊपर का कोई ट्रांजैक्शन कैश में नहीं हो सकता। यहां 51 लाख रुपये का ट्रांजैक्शन कैश में किया गया है। यह जमीन की खरीद और बिक्री करने वाले दोनों पक्षों के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर सकता है।
कैश देखकर डोली नीयत
जिले में जमीन के ब्रोकर पर भरोसा करना खतरे से खाली नहीं है। जमीन बिकवाने के बाद मिले हुए रुपयों को वे लूट भी सकते हैं। ऐसी ही एक घटना फाफामऊ इलाके में सामने आई है। जमीन का ब्रोकर महिला की जमीन का सौदा कराया। रजिस्ट्री बाद महिला को कैश 51 लाख रुपये मिले। रुपये देखकर ब्रोकर की नीयत डोल गई। उसके दिमाग में विश्वासघात का कीड़ा रेंगने लगा। उसने महिला व उसके परिजनों को झांसा देते हुए कहा पैसा अधिक है। अपनी स्कार्पियो से वह उसे घर तक छोड़ देगा। विश्वास में महिला व उसके परिजन गाड़ी में बैठ गए। वह वाहन महिला के घर की तरफ न ले जाकर फाफामऊ गोहरी शिवलाल का पूरा स्थित एसएसपी कान्वेंट स्कूल के पास पहुंच गया। आरोप है कि वहां जान से मारने की धमकी देते हुए उसने महिला उसके परिजनों को गाड़ी से उतार दिया और रुपयों से भरा बैग लेकर भाग निकला। शनिवार की शाम को हुई घटना की जानकारी पुलिस के अनुसार रविवार को थाने में दी गयी। इतनी बड़ी घटना की खबर सुनते ही पुलिस के हाथ पांव फूल गए। खुलासा के लिए एसओजी गंगापार व थाना पुलिस की टीम लगा दी गईं। टीम ने रविवार की देर रात ही लूट करने वाले ब्रोकर सहित चार लोगों को गिरफ्तार लिया। सोमवार को घटना का खुलासा करने के बाद पुलिस ने सभी को जेल रवाना कर दिया।
भरोसा करके मिला धोखा
लूट की शिकार महिला का नाम आराधना पटेल बताया गया है। वह फाफामऊ थाना क्षेत्र के मलाक हरहर गांव निवासी स्व। पवन कुमार की बेटी है। बताते हैं कि उसकी सड़क के किनारे कीमती जमीन थी। इसे वह बेचकर पैसा खाली करना चाहती थी। इसकी जानकारी होने पर ब्रोकर एक्टिव हो गये। इसी दौरान उनके सम्पर्क में प्रभाकर पटेल आया। थाना सोरांव के मुरादपुर उर्फ खिदिरपुर निवासी प्रभाकर पर उन्होंने जाति बिरादरी का होने के चलते भरोसा किया। जमीन की दलाली करने वाला प्रभाकर कस्टमर की तलाश में जुट गया। करीब एक महीने के प्रयास के बाद उसने जमीन खरीदने के लिए ग्राहक खोज लिया। सौदा तय हुआ तो रजिस्ट्री के लिए शनिवार 23 नवंबर की डेट फिक्स की गई।
रजिस्ट्री के बाद मिला कैश
फिक्स डेट पर महिला परिजनों के साथ जमीन की रजिस्ट्री करने के लिए सोरांव तहसील पहुंची। तहसील में जमीन की रजिस्ट्री होने के बाद खरीदार ने महिला को 51 लाख रुपये बैग में भरकर थमा दिया। रुपयों से भरा बैग लेकर महिला परिजनों के साथ घर लौटने की तैयारी करने लगी। इसी बीच रुपयों पर ब्रोकर की नीयत डोल गई। दिमाग लगाया और कहा कि पैसा अधिक है। इसे लेकर चलना खतरनाक है। वह अपनी गाड़ी से सभी को घर तक छोड़ सकता है। ब्रोकर के व्यवहार से महिला व उसके घर वाले प्रभावित थे तो गाड़ी में बैठने को तैयार हो गए। वह तहसील से निकला और गोहरी में एसएसपी कान्वेंट स्कूल के पास लाकर वाहन रोक दिया। महिला के अनुसार वहां ब्रोकर के तीन दोस्त पहले से मौजूद थे। चारों मिलकर महिला व उसके परिजनों को जान से मारने की धमकी देते हुए पूरा 51 लाख रुपयों को लूट लिया और उसे गाड़ी से वहीं उतारकर सभी भाग गए।
घटना की छानबीन में लगी एसओजी टीम को मुखबिरों से सटीक जानकारी मिली। आरोपितों की लोकेशन मिल गई तो पुलिस ने जाल बिछा दिया। लोकेशन मिलते ही एसओजी की टीम ने लूट के आरोपित जमीन के ब्रोकर प्रभाकर पटेल व उसके साथियों अश्वनी पटेल निवासी यूसुफपुर थाना सोरांव, जितेंद्र पटेल निवासी कुरगांव थाना सोरांव, राम कुमार पटेल निवासी यूसुफपुर थाना सोरांव को गिरफ्तार कर लिया। चारों के पास से लूटे गए 51 लाख रुपयों को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस के मुताबिक ब्रोकर प्रभाकर पर पांच आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें दो मुकदमे वाराणसी शेष प्रयागराज के थाने में लिखे गए हैं।
अब भरना होगा टैक्स
महिला ने 51 लाख रुपये का कैश ट्रांजैक्शन दिखाया है।
यह एमाउंट कैश में लिया गया है। कैश होने के चलते यह ब्लैकमनी की तरह ट्रीट किया जायेगा।
इस पर गवर्नमेंट की तरफ से प्रापर्टी गेन टैक्स क्लेम किये जाने की पूरी संभावना है
इसके चलते महिला को टैक्स के रूप में भारी एमाउंट का भुगतान करना पड़ सकता है
बता दें कि जमीन की ओरिजिनल डील 2.12 करोड़ रुपये में तय की गयी थी
1.61 करोड़ रुपये जमीन की कीमत दिखाकर बैनामा किया गया। इतनी ही राशि पर स्टाम्प ड्यूटी पे की गयी।
अब ब्लैकमनी के रूप में दिये गये 51 लाख रुपये जमीन खरीदने वाले के लिए भी परेशानी का कारण बन सकती है।
जमीन का बैनामा कराने वाले को भी अपनी इनकम का सोर्स बताना होगा। साथ में यह भी कि इतनी राशि को उसने ब्लैकमनी क्यों बना दी।
जमीन की खरीद और बिक्री करने वाले दोनों पक्षों के यहां इनकम टैक्स की टीम पहुंच सकती है
अश्वनी सिंह थानाध्यक्ष फाफामऊ