बालसन चौराहे के नजदीक बने हॉस्पिटल्स और जांच सेंटर्स के सामने खूब लगता है जाम

हॉस्पिटल के सामने बेतरतीब तरीके से लगा दिए जाते हैं वाहन

संचालक भी नही देते ध्यान, वाहनों को सिस्टमेटिक तरीके से पार्क करने को नही उठाए जाते कदम

शहर में तमाम प्रतिष्ठानों के बाहर पार्किंग की समस्या विकराल होती जा रही है। खासकर चिकित्सा प्रतिष्ठानों के बाहर सुबह से शाम तक दो और चार पहिया वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है। अफसोस कि इन प्रतिष्ठानो के पास पार्किंग को छोड़कर बाकी सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने शनिवार को शहर के कुछ ऐसे ही सेंटर्स का जायजा लिया। हमने पाया कि यहां भी पार्किंग के नाम पर पुख्ता इंतजाम नही हैं।

खाली जगह है इसलिए लगवा दिए

सबसे पहले हमने बालसन चौराहे स्थित जांच सेंटर इंदू स्कैन्स का रुख किया। इस सेंटर में एक्सरे, अल्ट्रासाउंड समेत तमाम जांच होती हैं। हमने देखा कि सेंटर के बाहर वाहन जैसे-तैसे लगे हुए हैं। पार्किंग की सिस्टमेटिक व्यवस्था नही है। सेंटर के अंदर बेसमेंट में कैश काउंटर और कार्यालय बनाया हुआ है। हमने सेंटर इंचार्ज राजेश कुमार से संपर्क किया। उनसे पार्किंग के बारे में पूछने पर बताया कि हमारे से ऐसी कोई व्यवस्था नही है। सेंटर के सामने सड़क किनारे खाली जगह है वहीं पर गाड़ी पार्क करा देते हैं। सेंटर के बाहर खड़ा गार्ड भी वाहनों को ठीक से लगाने की हिदायत नही दे रहा था।

फोर व्हीलर पार्किंग की प्राब्लम है

बासलन चौराहे के नजदीक ही पार्वती हॉस्पिटल मौजूद है। इस हॉस्पिटल के बाहर भी टू व्हीलर वाहन बड़ी संख्या में लगे हुए थे। लेकिन, फोर व्हीलर के लिए प्रॉपर व्यवस्था नही थी। सड़क पर ही एंबुलेंस भी लगी हुई थी। इससे रोड पर जाम लग रहा था। जब हमने इस मामले में हॉस्पिटल के मैनेजर से पूछा तो उन्होंने माना कि पार्किंग की प्राब्लम है। खासकर फोर व्हीलर को खड़ा कराने में दिक्कत होती है। हमने जायजा लिया तो पाया कि हॉस्पिटल के बेसमेंट में पैथोलाजी संचालित हो रही है। जबकि नियमानुसार बेसमेंट में पार्किंग की व्यवस्था के लिए कहा गया है।

मेरी नही, दूसरे दुकान की भीड़ है

इसके हमने चौफटका पुल के नजदीक स्थित आरोग्य निकेतन क्लीनिक का जायजा लिया। यहां पर मार्निग में डॉ। अनिल शुक्ला की ओपीडी संचालित होती है। इस दौरान उनके क्लीनिक के बाहर जबरदस्त भीड़ लगती है। दर्जनों की संख्या में वाहन इधर उधर खड़े रहते हैं। जब रिपोर्टर ने इस बारे में डॉक्टर से पूछा तो उन्होंने इससे लगभग इंकार कर दिया। उना कहना था कि उनकी क्लीनिक के बगल में बीयर की दुकान है। यह भीड़ उनके यहां के ग्राहकों की है। जिसकी वजह से मेरे क्लीनिक के बाहर इतने वाहन नजर आते हैं। हालांकि डॉक्टर साहब की रोजाना लगभ्ग सौ पेशेंट की ओपीडी है।

पीडीए वीसी को किया निर्देशित

हमारे अभियान को लेकर प्रशासन भी एलर्ट हो चला है। कमिश्नर संजय गोयल ने इस मामले में पीडीए वीसी को निर्देशित किया है। जिसमें कहा गया है कि पार्किंग की व्यवस्था नही करने वाले हॉस्पिटल, क्लीनिक और जांच केंद्रों का निरीक्षण कर कार्रवाई की जाए। इस मामले में कमिश्नर ने कहा कि दो दिन पहले पार्किंग को लेकर पीडीए, नगर निगम समेत तमाम विभागों के साथ बैठक की गई थी। इसकी रिपोर्ट भी आने वाली है। जिसके आधार पर आगे की रणनीति तय की जाएगी।

जो भी प्रतिष्ठान पार्किंग को लेकर सजग नही हैं, उनको इसकी सुव्यवस्थित व्यवस्था कर लेनी चाहिए। इस मामले में तमाम विभागों के साथ मीटिंग हो चुकी है। मैंने इस बारे में पीडीए वीसी को भी निर्देशित कर दिया गया है कि पार्किंग की व्यवस्था नही करने वाले चिकित्सा प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया जाए। अगर कोई कमी मिलती है तो आगे की कार्रवाई करें।

संजय गोयल, कमिश्नर प्रयागराज मंडल

Posted By: Inextlive