सड़कें हुई लबालब, घरों में घुसा पानी, घंटों गुल रही बिजली
प्रयागराज (ब्यूरो)। तेज बारिश के दौरान महुए के पेड़ पर गिरी आकाशीय बिजली की चपेट में दो सगे भाई आ गए। एक भाई की घटनास्थल पर मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर घायल हो गया। पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के गोविंदपुर तेवरा गांव निवासी दो सगे भाई राम नरेश और राम सिंह शुक्रवार शाम चार बजे खेत में काम कर रहे थे उसी दौरान तेज बारिश होने लगी। बारिश से बचने के लिए दोनों भाई महूए के पेड़ का आड़ लेकर खड़े हो गए। उसी वक्त कुछ दूर पर स्थित दूसरे महुए के पेड़ पर तेज गडग़ड़ाहट के साथ आकाशीय बिजली गिर गई जिसमें राम नरेश की मौके पर मौत हो गई। जबकि दूसरा भाई घायल है। आकाशीय बिजली से मरने वालों में बेली गांव के 15 वर्षीय उस्मान और मेजा के कठौती गांव के 13 वर्षीय राजाबाबू शामिल हैं। बेली गांव के ही 25 साल के गयाल घायल हो गए हैं।बिजली गिरने से कोर्ट में भरा पानी
वहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट के कोर्ट नंबर 21 की छत आकाशीय बिजली गिरने से क्षतिग्रस्त हो गई। कोर्ट में जलभराव भी हो गया। बताया गया कि घटना के वक्त कोर्ट रूम में कोर्ट कर्मियों के अलावा कुछ ही लोग थे मौजूद। लेकिन किसी को नुकसान नही पहुंचा। जानकारी के मुताबिक कोर्ट रूम में दीवार पर लगे एसी के सहारे पानी फर्श पर आ गया और बरामदे में पानी भर गया। यह हालत देखकर वकीलों ने कोर्ट रूम का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। उन्होंने बताया कि भवन की मरम्मत की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी के जिम्मे हैं लेकिन ऐसी हालत होने पर उनकी कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।मस्जिद की गुंबद क्षतिग्रस्तबहादुरगंज की शाही मस्जिद के गुंबद को भी आकाशीय बिजली से नुकसान पहुंचा है। बताया गया कि दोपहर में मूसलाधार बारिश के दौरान गुंबद की छत पर तेज आवाज के साथ बिजली गिरी। जिसकी आवाज से सुनकर सभी खामोश हो गए। लोगों ने देखा तो छत का एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हेा गया था। मस्जिद के पेश इमाम का कहना था कि जिस समय बिजली गिरी मस्जिद में कुछ लोग मौजूद थे लेकिन सभी सुरक्षित हैं। अस्पताल के वार्ड में भर गया पानी
इसी क्रम में बेली अस्पताल के गोमती ब्लाक वार्ड में बारिश का पानी छत से गिरने लगा। जिसकी वजह से कई बेड और बिस्तर भीग गए। आनन फानन में मरीजों को वहां से हटाना पड़ा। वार्ड में भी जलभराव हो गया। बताया गया कि वार्ड की मरम्मत के लिए शासन को पत्र भेजा गया है। सिविल लाइंस बस स्टैंड में जलभराव से यात्रियों को जहां तहां खड़ा होना पड़ा। काफी देर तक उन्हें अंदर जाने के लिए साधन का इंतजार करना पड़ा।तेज बारिश में घंटों कटी रही बिजलीबारिश की वजह से कई एरिया की बिजली सप्लाई भी बाधित रही। कटरा विवि रोड, लक्ष्मी टाकीज और कचहरी रोड वाले एरिया में एक घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही। पुराना शहर के बहादुरगंज, रानी मंडी, कोठा पारचा, कोतवाली एरिया में बिजली देर शाम तक आती जाती रही। रामबाग एरिया से जुड़े कई मोहल्लों में आधे घंटे से ज्यादा बिजली गुल रही। गोविंदपुर, तेलियरगंज सहित तमाम एरिया में एक फेस खराब हो जाने से लोगों को घंटों अंधेरे में रहना पड़ा। चकिया, बेनीगंज, लूकरगंज, खुल्दाबाद एरिया में बारिश बंद होने के बाद भी दो घंटे तक बिजली आपूर्ति चालू नही की जा सकी। विभाग के अधिकारियों का कहना था कि कई जगह जंपर उड़ गए हैं तो कहीं तार क्षतिग्रस्त होने से उनकी मरम्मत की जा रही है। इसके बाद सप्लाई शुरू की जा सकेगी।जाम में फंसे रहे सैकड़ों वाहन
बारिश के बाद अल्लापुर, अलोपीबाग, रामबाग, बांघबरी गद्दी एरिया, चौक, धूमनगंज, गोविंदपुर आदि इलाकों में घंटों जाम लगा रहा। लोगों को निकलने की जगह नही मिली। सड़कों पर जलभराव हो जाने से वाहन रेंगते रहे। वही सड़कों पर बने गड्ढों की वजह से कई लोग फिसलकर उनमे गिर भी पड़े। बारिश के दौरान नए पुल पर प्लेट के आसपास पानी भर जाने की वजह से आवागमन भी बंद कर दिया गया। जिसकी वजह सें लोगों को पुराने पुल से गुजारा गया और इसकी वजह से वहां भी जाम की स्थिति बनी रही। पुराने पुल से गिरने वाले पानी की वजह से भी राहगीर भीग गए। झूंसी पुल भी जाम की स्थिति बनी रही। फाफामऊ गंगा नदी के पुल पर भी बारिश की वजह से जाम लगा रहा। बारिश बंद होने के डेढ़ से दो घंटे तक जाम नही खुल सका था। वहीं जानसेनगंज डाट पुल के नीचे जल भराव से आवागमन ठप रहा। दो पहिया और चार पहिया वाहन जलभराव में फंस कर बंद हो गए, जिसकी वजह से जाम लगने लगा।घरों में घुस गया पानी
मूसलाधार बारिश की वजह से कछार के एरिया में घरों में पानी घुस गया। ड्रेनेज सिस्टम बेहतर नहीं होने से गलियों ओर सड़कों में जलभराव रहा। अल्लापुर में कई घरों में पानी भर गया और लोगों को मजबूरी में ऊपर की मंजिल में शरण लेनी पड़ी। चकिया बेनीगंज एरिया में नाला चोक हो जाने की वजह से लोग घर में कैद हो गए। कई घंटे तक वह बाहर नही निकल सके। यही हाल करेली के जाफरी कालोनी का रहा। नाले का पानी लोगों के घरों के भीतर चला गया था। तुलारामबाग में भी कई घरों में बारिश का पानी जमा रहा। भीषण बारिश से हुए कीचड़ की वजह से कई जगह लोग फिसल कर गिरते भी रहे।