रोड पर गड्ढे या गड्ढे में सड़क
- मोती लाल नेहरू इंजीनियरिंग कॉलेज वार्ड के स्थानीय लोगों ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से शेयर की प्रॉब्लम
स्मार्ट सिटी की सड़क समझ कर सरपट भागने की कोशिश जान लेवा हो सकती है, क्योंकि इस शहर की सड़कों की हालत वैसी नहीं हैं। कारण गड्ढे में सड़क है, या फिर सड़क में गड्ढे यह पता भी नहीं चलेगा। हम बात कर रहे हैं, मोती लाल नेहरू इंजीनियरिंग वार्ड की भुलई का पूरा की सड़क की। इस रोड पर कभी सीवरेज का पानी जमा रहता है, तो कभी बारिश का। ऐसे में इन गड्ढों वाली सड़कों की हालत ऐसी बन चुकी है कि सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी। इस रोड पर हर कदम पर एक गड्ढा तो मिल ही जाता है, यहां बारिश होने के बाद स्थितियां और भी बदतर हो जाती है। मनोज कुमारये रोड गोविंदपुर कॉलोनी व प्रयाग स्टेशन जाने वाली रोड को जोड़ने का काम करती है, इस रोड को बनना चाहिए क्योंकि इस रोड से पर-डे सैकड़ों लोग आते जाते हैं।
शेखर मिश्रा इस रोड की स्थिति तब और बेकार हो जाती है जब बारिश होती है। बारिश के दौरान इस रोड पर चलना किसी दुर्घटना को आमंत्रण देने के बराबर है। विनोद कुमारये रोड पर करीब 20 वर्ष पहले बनी थी, पर इसके बाद यहां कोई काम नहीं हुआ, ऊपर से सीवर लाइन बिछने के बाद इसकी स्थिति और भी खराब हो गई।
राजेश पाण्डेय इस रोड पर दो पहिया वाहन चलाना खतरे से कम नहीं है। तब और बुरी स्थिति हो जाती है, जब बारिश होती है। पता ही नहीं चलता कि रोड कहां है और गड्ढा कहां है। अनिल अग्रवाल गोविंदपुर को जोड़ने वाली इस रोड के लिए कई बार प्रयास किया गया। नगर निगम के अधिकारियों ने नाप जोख की फिर ठंडे बस्ते में डाल दिया। मीरादेवी, पार्षद, मोती लाल नेहरू इंजीनियरिंग कॉलेज वार्ड सीवर पाइप लाइन डालने के बाद भूले सड़क बनानायह सीन है कुम्हरगढवा अल्लापुर की। इस रोड को पिछले दिनों सीवर लाइन की पाइप डालने के लिए खोदा गया, पर एजेंसी ने पाइप डाल दी और रोड बनाना भूल गये। यहां के स्थानीय निवासी राजेश श्रीवास्तव ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के इस फोटो को शेयर की है, उनका कहना है कि इस रोड पर चलना मुश्किल भरा सफर होता है। वहीं इसके आसपास कूड़े का अंबार लगा होता है। उन्होंने बताया कि रोड के लिए कई बार अधिकारियों से शिकायत की गई पर इसको बनाने को लेकर कोई एक्शन नहीं लिया गया।