- वाटर वेंडिंग मशीन का टेंडर खत्म होने से यात्रियों को एक रुपये में मिलने वाले ठंडे पानी की हो रही दिक्कत

- दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की पड़ताल में प्रयागराज जंक्शन पर

यात्रियों की परेशानी आई सामने

PRAYAGRAJ:

प्रयागराज जंक्शन पर इस गर्मी व उमस में पैसेंजर्स को प्यास बुझाने के लिए बोतल बंद ठंडा पानी खरीदना पड़ रहा है। जबकि पैसेंजर्स की सुविधा के लिए शुद्ध और ठंडा पानी कम दाम पर मिले। इस उदेश्य से आरओ मशीन लगाई गई है। जो कि बंद पड़े हैं। इसके चलते यात्रियों को मशक्कत करनी पड़ रही है। सूत्रों की माने तो टेंडर खत्म होने से यह समस्या बनी हुई है। नया टेंडर गर्मी से शुरू होने से पहले जारी करना चाहिए। इसके बाद भी नए टेंडर की प्रक्रिया को लेकर रेलवे विभाग में बैठे अधिकारी काफी सुस्त हैं।

टेंडर खत्म होने से समस्या

प्रयागराज जंक्शन पर वाटर वेंडिंग मशीन यात्रियों को निराश कर रही है। उन्हें एक रुपये में शुद्ध और ठंडा पानी नहीं मिल पा रहा है। कई पैसेंजर्स ने दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट से ये प्राब्लम शेयर की। लगातार मिल रही शिकायतों की हकीकत जानने के लिए आई-नेक्स्ट की टीम जंक्शन पहुंची। यहां वाटर वेंडिंग मशीन ताले में बंद पड़ी मिली। इसका कारण पूछने पर जिम्मेदार अधिकारियों ने बताया कि आरओ मशीन का टेंडर खत्म हो चुका है। नया टेंडर अभी हुआ नहीं है। इसी के चलते मशीन बंद पड़ी हुई है।

आठ आरओ मशीन लगी है

जंक्शन पर कुल दस प्लेटफार्म बने हैं। जहां अलग-अलग आठ आरओ मशीन लगाई गई है। अधिकारियों की लापरवाही के चलते ये सभी बंद पड़े हैं। बता दें इस वाटर एटीएम से एक से लेकर बीस रुपये में पांच लीटर पानी मिल रहा था। जिससे यात्रियों को काफी सहूलियत थी।

बंद हो गया बैग सैनिटाइज व पैकिंग

रेलवे ने कोरोना काल में न सिर्फ पैसेंजर्स के सेनिटाइजेशन की व्यवस्था की। बल्कि उनके सामान भी सैनिटाइज के साथ रैपिंग हो इसके लिए मशीन लगाई। इसके लिए बकायदा टेंडर कंपनी को दिया गया। कुछ माह तक तो संचालित हुआ। लेकिन अब पूरी तरह से बंद हो गया है। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि जिस कंपनी ने टेंडर लिया था लॉस होने के चलते काम अब काम करना बंद कर दिया है।

दिनभर में दस प्रतिशत भी पैसेंजर्स रैपिंग व सैनिटाइजेशन नहीं करा रहे थे। जबकि मिनिमम चार्ज रखा गया था। प्रतिबैग 10 रुपए सेनिटाइजिंग व रैपिंग कराने पर प्रतिबैग 40 रुपए रेट था। इसको स्टेशन के मेन गेट से एंट्री पर ही लगाया गया था। सूत्रों की माने तो इस टेंडर को लेने वाली कंपनी ने दस लाख रुपए में सालभर का टेंडर लिया था। जिसमें पांच लाख प्रयागराज व पांच लाख रुपए कानपुर रेलवे को जा रहा था।

- आइआरसीटीसी के अंडर में संचालित हो रहे थे अब तक टेंडर

- आइआरसीटीसी की माने तो अब रेलवे खुद करेगा संचालित

- आइआरसीटीसी की माने तो जिनको टेंडर दिया गया था उनके वाटर की कई बार आई चुकी थी शिकायत

- जिनको टेंडर मिला था उनमें से कुछ लोग कैंसिल टेंडर वाले मामले को लेकर जा चुके हैं कोर्ट

रेलवे के साथ आइआरसीटीसी का टेंडर कहे या कांट्रैक्ट हुआ था। जो अब खत्म हो चुका है। इसलिए बंद पड़ा है। अभी तक कोई नया टेंडर नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि अब रेलवे खुद संचालित करेगा।

अमित कुमार सिन्हा, एरिया मैनेजर रिजनल ऑफिस लखनऊ (आईआरसीटीसी)

रेलवे स्टेशन पर पानी की फिलहाल पर्याप्त व्यवस्था है। जल्द ही नया टेंडर जारी कर वाटर वेंडिंग मशीन लगाया जाएगा। यात्रियों की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।

- मोहित चंद्रा, डीआरएम प्रयागराज

Posted By: Inextlive