कोरोना टीकाकरण कराना बेहद जरूरी है. नवंबर से पहले जिले के लक्ष्य को पूरा कर लेना है. अभी भी 9 लाख लोग बचे हुए हैं. इनमें से इक्का-दुक्का रोजाना वैक्सीनेशन केंद्रों पर पहुंच रहे हैं. ऐसे में शासन अब धर्मगुरुओं की मदद लेने जा रहा है. यह लोग कोरोना टीकाकरण से छूटे हुए को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करेंगे. जल्द ही यह अभियान शुरू होने जा रहा है.


प्रयागराज (ब्यूरो)। ऐसा नही है कि विभाग ने जोर नही लगाया। विभागीय टीमों ने ऐसे एरिया में जाकर पूछताछ की जहां पर वैक्सीनेशन का ग्राफ काफी कम रहा। यहां पर लोगों ने कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर हिचकिचाहट दिखाई। उनके पास टीकाकरण नही करवाने के कई बहाने थे। ऐसे में शासन का कहना है कि इन लोगों के धर्मगुरु ही प्रेरित करेंगे। जिससे संभावित तीसरी लहर से पहले लोगों को संक्रमण से सुरक्षित किया जा सके। अचानक से गिर गया है ग्राफअक्टूबर में टीकाकरण पूरी रफ्तार के साथ दौड़ा था। सितंबर और अक्टूबर में 18 लाख लोगों ने कोरोना टीका लगवाया। यह बड़ा आंकडा था। इसलिए स्वास्थ्य विभाग को उम्मीद थी कि नवंबर के अंत तक 46 लाख का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा। नवंबर में अचानक टीकाकरण का ग्राफ गिरने से विभाग की उम्मीदों को झटका लग गया।


शासन ने भी इस मामले को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है। यही कारण है कि धर्मगुरुओं को इस अभियान में जोड़ा जा रहा है।

नवंबर के अंत तक सभी को पहला टीका हर हाल में लगाना जरूरी है। टीकाकरण से अभी तक दूरी बनाए रखने वालों को अलग-अलग धर्म के गुरुओं से जागरूक कराया जाएगा। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। जल्द ही इस पर अमल होगा।


डॉ। नानक सरन, सीएमओ प्रयागराज

Posted By: Inextlive