जलस्तर घटने के बाद इलाकों में फैली गंदगी से संक्रामक रोग फैलने का सता रहा डर जरूरत के हिसाब से नहीं मिल पा रहा ब्लीचिंग पाउडर गंगा और यमुना का जलस्तर तेजी से कम हो रहा है. गुरुवार को गंगा और यमुना खतरे के निशान से करीब डेढ मीटर तक नीचे आ गई है. बाढ़ का पानी तो कम हुआ लेकिन मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है. जी हां बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पानी जैसे-जैसे कम होता जा रहा है. वैसे-वैसे एक अलग मुसीबत का सामने लाखों व हजारों लोगों को करना पड़ रहा है. चारों तरफ कूड़ों का अंबार नजर आ रहा है. वहीं दूसरी तरफ नगर निगम की टीम साफ-सफाई के लिए लगाई गई है. सफाई के बाद ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव तक कराया जा रहा है. लेकिन छिड़काव कहां और कितना किया जा रहा है. इसका रिकॉर्ड किसी के पास नहीं है. न ही जिम्मेदार अधिकारी कुछ बता पा रहे है और न क्षेत्र के पार्षद. ब्लीचिंग पाउडर छिड़काव का कोई हिसाब ही नहीं है.

प्रयागराज (ब्यूरो)। बाढ़ ग्रस्त इलाकों में फैली गंदगी और दुर्गंध को लेकर राजापुर, अशोक नगर, बेली गांव, मेंहदौरी, गड्ढ़ा कॉलोनी, करैलाबाग, छोटा बघाड़ा, कैलाशपुर कॉलोनी सहित कई मोहल्ले के लाखों व हजारों घर बाढ़ से प्रभावित हो गए थे। यहां ज्यादातर मोहल्ले में इतनी ज्यादा बदबू आ रही है कि सांस लेना भी दुश्वार हो गया है। सफाई का प्रबंध उचित तरीके से नहीं हो रहा है। यहां रहने वाले लोगों की माने तो ब्लीचिंग पाउडर तक सिर्फ फॉर्मेलिटी के लिए छिड़का जा रहा है। कीटनाशक छिड़कवाने के लिए लोग मांग कर रहे है। वहीं नगर निगम की ओर से दावा किया जा रहा है कि डेढ दर्जन से अधिक टीम गठित की गई है। नगर निगम के उत्तम कुमार वर्मा का दावा है कि दो हजार बोरी कीटनाशक का छिड़काव हो चुका है। सवाल अब यह है कि आखिर कहां पर छिड़काव हो गया है।

सड़क तक खुद से कर रहे साफ
गोविंदपुर कैलाशपुरी कॉलोनी में रहने वाले पंकज श्रीवास्ताव, अरूण, अंकिता, वरूण गुप्ता, नीलम, पूजा सिंह का कहना है कि स्वयं अपने के सामने की सड़क की सफाई करने को मजबूर है। खुद से नालों की सफाई के लिए छिड़काव के लिए बोरी खरीदना पड़ रहा है। नगर निगम की टीम आती है हाथों से जगह-जगह सफेद पाउडर छिड़काव करके चले जाते हैं। समझ ही नहीं आता है कि आखिर क्या छिड़काव हो रहा है। मच्छर रात में अलग परेशान करते हैं। हर तरफ का कूड़ा गालियों में आकर जमाव हो गया है।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बराबर कीटनाशक का छिड़काव कराया जा रहा है। सफाई के लिए टीम भी बनाई गई है। जो हर रोज सफाई का ब्योरा देते है। अगर कही पर सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं है तो चेक करा दूर कराया जाएगा।
वर्जन - उत्तम कुमार वर्मा, पर्यावरण अभियंता नगर निगम

02
हजार से अधिक बोरी कीटनाशक छिड़काव का दावा
18
से अधिक टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में रोजाना कर साफ-सफाई

Posted By: Inextlive