'नियम के विरूद्ध हो रही वॉटर टैक्स की वसूली'
- तहसील दिवस पर पूर्व पार्षदों एवं पार्षदों ने सौंपा ज्ञापन, ई-टेंडर में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच की मांग
पार्षदों एवं पूर्व पार्षदों और नागरिकों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को सदर तहसील में आयोजित तहसील दिवस पर पहुंचकर जलकल विभाग द्वारा नियम विरुद्ध जलकर में वृद्धि किये जाने, नगर निगम के जनकार्य विभाग में व्याप्त भ्रष्ट्राचार एवं अनियमितता के तहत ई-टेण्डर में खेल कर 50 कामों को अपने चहेतों को देने के विरोध में ज्ञापन सौंपा और जांच कराकर दोषी लोगों के खिलाफ काररवाई की मांग की। विसंगतियों को दूर करने के बाद ही हो वॉटर टैक्स की वसूलीपूर्व वरिष्ठ पार्षद शिवसेवक सिंह ने डीएम अवगत कराया कि जलकल विभाग द्वारा नगर के दो लाख आवासीय एवं 26 हजार कामर्शियल भवनों पर कोरोना संकट के समय लागू गृह मूल्यांकन 2014 के अनुसार बिना नया स्लैब रेट बनाये 25 वर्ष पूर्व नगर निगम द्वारा निर्धारित गृहकर के आधार पर बनाये गये पुराने स्लैब रेट के अनुसार जलकर निर्धारित करने से जलकर में अधिक वृद्धि हो गयी है। जिससे अल्प आय वाले ईडब्ल्यूएस के मकानों एवं बड़े भवनों का जलकर एक समान हो गया है। पांच श्रेणी में बांटे गये भवनों में एक से लेकर चार श्रेणी में कुल भवन मात्र 60 हजार तथा पांचवीं श्रेणी में एक लाख 40 हजार मकान है। इसलिये जलकर में विसंगति दूर करते हुये नियमानुसार लागू गृहकर मूल्यांकन के आधार पर नया स्लैब रेट बनाना आवश्यक है।
ई-टेण्डर में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए की गई शिकायत इसके अलावा नगर निगम के जनकार्य विभाग द्वारा ई टेंडर में खेलकरके प्रधान लिपिक एवं अफसरों ने 50 विकास कार्यो को अपने चहेते को दे दिया है। शिकायत होने पर ई-टेण्डर में खेल करने वालों के खिलाफ काररवाई न करते हुेये आउट सोìसग कम्प्यूटर आपरेटर को हटा दिया। बताया कि ई-टेण्डर में काम दिलाने के नाम पर संबंधित ठेकेदार से मोटी रकम ली जाती है। डीएम ने आवश्यक काररवाई करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर वरिष्ठ पार्षद अशोक सिंह, कमलेश सिंह, आनंद घिल्डि़याल, चंद्र प्रकाश गंगा, डीके साहू, अखिलेश श्रीवास्तव, अमित सोनकर आदि मौजूद रहे।