12 साल बाद तिलक भवन में लौटेगी रौनक
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा तिलक भवन
अपने निर्माण के बाद तिलक हॉल काफी दिनों तक गुमनामी में रहा। यहां छिटपुट कार्यक्रम हुए औऱ धीरे धीरे यह गुमनामी में खो गया। तकरीबन 12 साल बाद तिलक भवन में पहला कार्यक्रम होगा। 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर होने वाले इस कार्यक्रम में कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव समारोह की अध्यक्षता करेंगी तथा इस अवसर पर न्यायमूíत विजयलक्ष्मी मुख्य अतिथि होंगी। कुलपति के निर्देश पर सांस्कृतिक समिति ने 12 साल बाद तिलक भवन में किसी कार्यक्रम का बीड़ा उठाया है। कई बार हुआ तिलक हॉल का उद्घाटन सांस्कृतिक और शैक्षणिक गतिविधियों के लिए बने तिलक हॉल का इतिहास काफी पुराना है। 18 अगस्त 1995 को तत्कालीन कुलपति प्रो सुरेश चंद श्रीवास्तव ने तिलक हॉल की आधारशिला रखी थी पर दो सालों तक निर्माण के सिलसिले में कुछ भी नहीं हुआ।करीब दो साल बाद उत्तर प्रदेश के तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री नरेंद्र सिंह गौर ने 1997 में इसके निर्माण का बीड़ा उठाया।
उन्होंने इसके लिए न सिर्फ राशि निर्गत की बल्कि इसके निर्माण का पहला पत्थर भी रखा था। 23 अक्टूबर 2009 को तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर राजन हर्षे ने पुनíनर्माण के बाद फिर उसका उद्घाटन किया।अगस्त 2020 में कार्यवाहक कुलपति प्रो आर आर तिवारी ने पुन: इसका उद्घाटन किया।
ढाई सौ लोगों के बैठने की व्यवस्था तिलक भवन में 256 सीटों की व्यवस्था की गई है। सभी सीटों को आराम दायक बनाया गया है, ताकि लोगों को घंटों बैठने पर भी प्रॉब्लम न हो। वहीं यह हॉल अभी फिलहॉल नॉन एसी है, पर इसे फुली एसी किये जाने की योजना है।