पीडीए बोर्ड की बैठक में महायोजना 2031 को हरी झंडीयोजना में पीडीए का राजस्व बढ़ाने की कवायद पर मंथन

प्रयागराज ब्यूरो । प्रयागराज विकास प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में गुरुवार को महायोजना 2031 को हरी झंडी दे दी गई। इसके अलावा तीन अन्य प्रस्ताव भी पास हुए हैं। महायोजना 2031 के अंतर्गत सब्जी पट्टी एरिया समाप्त कर दिया गया है। लैंड यूज बदलने से जहां एक लाख से अधिक आबादी लाभांवित होगी वहीं भू उपयोग में परिवर्तन किए जाने से पीडीए से मानचित्र भी आसानी से पास हो जाएगा। जिससे पीडीए का राजस्व बढ़ेगा और अवैध निर्माण पर लगाम लगाने में भी मदद मिलेगी। एक और फैसले से आम जनता को राहत मिलेगी। बोर्ड की बैठक में पीडीए की आवासीय योजनाओं में बनाए गए फ्लैटों की कीमत में 10 प्रतिशत तक कम करके बेचने की अनुमति दी गई है। साथ ही पीडीए की ओर से एयू परिसर में बनाए जा रहे आडिटोरियम के निर्माण की धनराशि में बढ़ोतरी करने की स्वीकृति प्रदान की गई। झलवा स्थित डा। राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के भू-उपयोग में परिवर्तन करने की सहमति बोर्ड के माध्यम से दी गई।

दो साल पहले पास होनी चाहिए थी महायोजना
महायोजना 2031 को दो वर्ष पहले ही लागू हो जाना चाहिए था। लेकिन तकनीकी कारणों से इसे गुरुवार को कमिश्नर विजय विश्वास पंत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में दो वर्ष बाद लागू स्वीकृति प्रदान की गई है। शहर के लिए तैयार किए गए नए मास्टर प्लान में आवासीय और व्यावसायिक दायरे में वृद्धि की गई है, जो 2021 महायोजना की तुलना में 10 प्रतिशत से अधिक है। व्यावसायिक क्षेत्र के दायरे में दो प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की गई है।

एक नजर में बैठक
- शहरी सीमा का विस्तार होने से पीडीए का दायरा महायोजना 2031 में 397 वर्ग किलोमीटर हो गया है।
- महायोजना में 2021 में 309 वर्ग किलोमीटर का दायरा निर्धारित था।
- पीडीए की ओर से आवासीय क्षेत्र का दायरा 36 प्रतिशत निर्धारित किया गया था। वहीं महायोजना 2031 में बढ़ाकर 46.50 प्रतिशत कर दिया गया है।
- व्यवसायिक क्षेत्र का दायरा 2.04 प्रतिशत से बढ़ाकर 4.57 प्रतिशत कर दिया गया है।
- मास्टर प्लान 2031 को लेकर शहर के 632 लोगों ने अलग-अलग मामले में आपत्तियां लगाई थी।
- आपत्तियों को निस्तारण के लिए शासन की ओर से समिति का गठन किया गया था। समिति की ओर से सुनवाई करके आपत्तियों को निस्तारित करने के बाद इसे लागू किया गया।

महायोजना में हुए बदलाव
2021 --- 2031
36 आवासीय दायरा- 46.50 आवासीय

2.04 व्यावसायिक दायर- 4.57 व्यावसायिक दायर
04 स्कूल,कालेज व अन्य -- 6.76 स्कूल, कालेज व अन्य के लिए
5.57 औद्योगिक- - 5.14 औद्योगिक

आवासीय में शामिल हुआ फल पट्टी लैंड
शहर में बड़े पैमाने पर भू उपयोग के विपरीत भवनों का निर्माण किया जा रहा है। कृषि और फल पट्टी वाले भूखंडों पर भी बहुमंजिला इमारतें बनाई जा रही है। पीडीए के मुख्य नगर नियोजक टीपी ङ्क्षसह ने बताया कि महायोजना 2031 में फल पट्टी वाला एरिया समाप्त कर दिया गया है। महायोजना 2031 में फल पट्टी का लैंड यूज बदला गया है। इसे आवासीय में शामिल कर दिया गया है। इस क्षेत्र में अब मकान बनाना आसान हो जाएगा। पीडीए से यहां पर आवास बनाने के लिए मानचित्र भी पास हो जाएगा। झलवा क्षेत्र में लगभग दो प्रतिशत तक फल पट्टी एरिया निर्धारित था। अब वास्तविकता शासन से महायोजना लागू होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। बता दें कि 1015 वर्ग किलोमीटर पीडीए का दायरा है। 309 वर्ग किलोमीटर के दायरे पर महायोजना 2021 तैयार किया गया था। 397 वर्ग किलोमीटर के दायरे पर महायोजना 2031 तैयार किया गया है। 88 वर्ग किलोमीटर का दायरा महायोजना में बढ़ा है।

यहां के फ्लैटों में मिलेगी राहत
- जागृति विहार में फ्लैट 168 बने हैं। 19 फ्लैटों की बिक्री की जानी है, जिसकी कीमत 41.81 लाख है।
- जी-3 में 288 फ्लैट में से 238 की बिक्री होनी है। इसकी कीमत 37.02 लाख रुपये है।
- नैनी जान्हवी अपार्टमेंट 48 फ्लैट बनाए गए हैं। 33 फ्लैटों की बिक्री पीडीए को करना है। इसकी कीमत 19.20 लाख रुपये है शुरू से है।
- मौसम विहार काङ्क्षलदीपुरम में 26 फ्लैटों की बिक्री होनी है। 85 लाख से लेकर 50 लाख तक के फ्लैट हैं।
- यमुना विहार नैनी में आवासीय योजना मेें 192 फ्लैट का निर्माण किया गया। इसमें से 158 फ्लैटों की बिक्री की जानी है। 38.70 लाख रुपये कीमत है। सभी फ्लैटों की कीमत में 10 प्रतिशत की कमी की जाएगी।

Posted By: Inextlive