सीबीआई की जांच के बाद आरोपितों के खिलाफ दाखिल होगी निलंबन की कार्रवाई PRAYAGRAJ: मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) कार्यालय के काíमक विभाग में फर्जीवाड़े के जरिए एक करोड़ रुपये की जो रकम दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर हुई थी। उसे रेलवे ने वापस मंगा लिया है। यह पैसे कई अलग-अलग बैंकों के ब्रांच अकाउंटों में ट्रांसफर किये गए थे। इस बात की जानकारी शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेस में डीआरएम मोहित चंद्रा ने दी है। सवाल अब यह उठता है कि रुपये रेलवे को मिल तो गया है। लेकिन विभाग में बड़ी जालसाजी तो हुई है। इससे इंकार नहीं किया जा सकता है। हालांकि इस पूरे मामले में सीबीआई की जांच अभी पूरी नहीं हुई है।

सीबीआई जांच रिपोर्ट का इंतजार

मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) कार्यालय के काíमक विभाग में हुये एक करोड़ रुपए के फर्जीवाड़े मामले की जांच कर सीबीआई की टीम बैंकों के अलावा कई अन्य अहम सुराग हाथ लगे है। जांच पूरी हो जाने के बाद आरोपितों पर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। डीआरएम मोहित चंद्रा ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। एक करोड़ रुपये जो ऑनलाइन ट्रांजेक्शन हुआ था। मामला पकड़ में आने पर रुपये तो रेलवे ने हासिल कर लिए। इतना तो तय है कि जालसाजी रेलवे अधिकारी और कर्मचारियों की मिलीभगत से हुई। इस मामले में सवाल पूछने पर डीआरएम मोहित चंद्रा फर्जीवाड़े ने सीबीआई जांच का हवाला देकर टालते नजर आए। उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी एजेंसी जांच कर रही है, ऐसे में अभी कार्रवाई करना और कहना गलत होगा। हालांकि रुपये वापस मिल जाने से इतने बड़े फर्जीवाड़े पर कार्रवाई तय है। बस जांच पूरे होने के बाद रिपोर्ट लगाए जाने का इंतजार किया जा रहा है।

जब फर्जीवाड़े का पता चला था तब जांच संबंधित अकाउंटों को उन रेलवे कíमयों के मूल वेतन, टीए आदि का मिलान कर बैंकों से संपर्क कर एक करोड़ के करीब रुपयों को रेलवे ने वापस हासिल कर लिया है।

मोहित चंद्रा मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएमम) एनसीआर

Posted By: Inextlive