रेलवे अस्पताल में देखी खामियां, बनाई रिपोर्ट
प्रयागराज ब्यूरो । नार्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन के महामंत्री कामरेड आरडी यादव को केंद्रीय चिकित्सालय उत्तर मध्य रेलवे की शिकायतें लगातार प्राप्त हो रही थीं। जिस पर महामंत्री ने मंडल मंत्री को हॉस्पिटल का निरीक्षण करके रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। जिस पर एसएसीआरएमयू प्रयागराज की सभी स्थानीय शाखाओं के शाखा मंत्री, शाखा अध्यक्षों के साथ मंडल मंत्री कामरेड डीएस यादव ने पूरीे हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण करके कमियों और असुविधाओं को नोट किया।
निरीक्षण की शुरुआत हॉस्पिटल के कैजुअल्टी विभाग से हुई। और सभी वार्डों का निरीक्षण करते हुए टीम महिला वार्ड और हाल नंबर 110 तक गई। इस दौरान मरीजों ओर उपस्थित उनके परिवार वालों से बातचीत करके उनका कुशल क्षेम पूछा गया। हॉस्पिटल और उनको होने वाली समस्याओं को सुना गया। निरीक्षण के दौरान पता चला कि कैजुअल्टी में डॉक्टरों की उपलब्धता नियमित नहीं है। जो चादर एडमिशन के समय मिलती है वही चादर मरीज के डिस्चार्ज तक रहती है। वार्ड ब्वाय और सफाई वाले कर्मचारियों से आईवी और वेनफ्लान भी लगवाई जाती है। एक दो वार्डों के शौचालयों को छोड़कर पूरे अस्पताल के शौचालय गंदे थे। और उसी में स्टोर भी बना हुआ है। कैजुअल्टी के बाथरूम और ज्यादातर वार्डों के शौचालयों में भारतीय शैली के कमोड नहीं हैं। एक्स रे रूम से पहले जो दाहिने तरफ नल और वाटर प्यूरीफायर लगा है उसके पास काफी पानी लगा रहता है। वार्डों में डस्टबिन बेड के पास रखे रहते हैं। आईवी स्टैण्ड टूटे हुए हैं। मरीजों के तीमारदारों को बैठने के लिए बेड के पास स्टूल या बेंच नहीं है। एक नर्सिंग सिस्टर या एक सफाई वाले के भरोसे चालीस मरीजों की देखरेख की जिम्मेदारी रहती है। जबकि इंडियन मेडिकल काउंसिल के अनुसार ये संख्या छह मरीज की होनी चाहिए। निरीक्षण के दौरान मरीजों ने बताया कि जो सरकारी भोजन और नाश्ता मिलता है। उसकी गु्रणवत्ता बहुत खराब रहती है। वार्डों में टीवी नहीं चलती। कई वार्डों में कुछ पंखे भी स्लो चलते मिले। कभी कभी इंडोर राउंड लेने वाले डॉक्टर भी नहीं आते हैं। मंडल मंत्री ने कहा कि रेलवे अस्पताल में सुधार होने होने तक यूनियन द्वारा निरीक्षण किया जाता रहेगा। ये कमियां तब हैं जबकि समय समय पर चिकित्सा निदेशक और सीएमएस को समस्याओं से अवगत कराया जाता है। निरीक्षण टीम में सईद अहमद, एसके सिंह, नागेंद्र बहादुर सिंह, आशीष कुमार, आरके राय, अनिल कुमार, वेद प्रकाश, सुभाष प्रजापति, राजीव कुमार यादव, नंद कुमार आदि मुख्य रूप से शामिल थे।