- जीरो रोड बस स्टैंड से चंद कदमों की दूरी पर गली में अवैध बसों का है जमावड़ा

- दो सौ रुपये में बैठाकर नहीं बल्कि सोते हुये जाने की सुविधा का दे रहे पैसेंजर्स को लालच

- दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के रियलिटी चेक में पहले दिन डग्गामार के खिलाफ अभियान के दौरान हकीकत आई सामने

PRAYAGRAJ:

जहां एक तरफ सूबे की सरकार के आदेश पर डग्गामार वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ इनकी मनमानी भी जारी है। रोडवेज बस स्टैंड के सामने और चंद कदम की दूरी पर पैसेंजर्स को लालच देकर डग्गामार सवारी भरने का काम कर रहे हैं। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के रियलिटी चेक में पहले दिन सोमवार से शुरु हुई डग्गामार के खिलाफ कार्रवाई बेअसर साबित नजर आई। पैसेंजर्स को रीवा के लिए दो सौ रुपये में बैठकर नहीं बल्कि लेटकर जाने की सुविधा का लालच देकर सवारी भर रहे हैं।

आदेश पर 'पानी' फेर रहे अधिकारी

आरटीओ प्रवर्तन द्वारा रोडवेज अधिकारियों के साथ मिलकर सोमवार से डग्गामार के खिलाफ शुरु हुई कार्रवाई सिर्फ एक तरह से कोरम पूरा किया जा रहा है। पहले दिन कुछ वाहनों पर चालान की कार्रवाई तो हुई। लेकिन दूसरी तरफ बस स्टैंड के सामने व चंद कदम की दूरी से संचालित होने वाले डग्गामार आराम से अपनी दुकान चलाते मिले। सोमवार को दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम सिटी के जीरो रोड बस स्टैंड पर पहुंची तो हकीकत सामने आ गई। चंद कदम की दूसरी से गली के अंदर एक नहीं दो-तीन बसों को लगाकर खुलेआम डग्गामारी की दुकान चलाई जा रही थी। रीवा तक जाने के लिए सौ रुपये पैसेंजर्स से वसूला जा रहा था। पैसेंजर्स को दो सौ रुपये में बैठकर नहीं बल्कि लेट कर जाने की सुविधा का लालच देकर पकड़-पकड़ कर बैठाया जा रहा था। वहीं दूसरी आरटीओ प्रवर्तन का कहना था कि सुबह से लेकर शाम तक 42 के करीब डग्गामार के खिलाफ कार्रवाई की गई है। सवाल उठता है कि कार्रवाई हुई तो ये फिर कैसे बचे रह गए?

Posted By: Inextlive