- सावन के आखिरी सोमवार को शिवालयों में सुबह से ही पहुंचने लगी भक्तों की टोली

- अनुष्ठान व अभिषेक के साथ मंदिरों में दिन भर लगी रही लाइन

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PRAYAGRAJ: भगवान शिव के सबसे प्रिय मास सावन के आखिरी सोमवार को संगम नगरी भगवान शिव की भक्ति में डूबी रही। भोर से ही मंदिरों और शिवालयों में भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ। वह शाम तक जारी रहा। पूरे दिन मंदिर में जलाभिषेक के लिए भक्तों की कतार लगी रही। इस दौरान सिटी के प्रमुख शिव मंदिरों मनकामेश्वर मंदिर, तक्षकतीर्थ, पडि़ला महादेव, नागवासुकी मंदिर, सोमेश्वर महादेव, सिविल लाइंस हनुमान मंदिर समेत सभी मंदिरों में भक्तों ने भगवान का अभिषेक किया और उनको बेल पत्र, सफेद पुष्प, धतुरा, भांग आदि अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

सामूहिक रूद्राभिषेक में जुटे लोग

एस्ट्रो प्रयाग शोध समिति की ओर से सावन के आखिरी सोमवार को आचार्य अमित बहोरे के दिशा निर्देशन पार्थिक शिवलिंग निर्माण करके सामूहिक रूद्राभिषेक किया गया। श्री राम मंदिर प्रांगण में भव्यता के साथ हुए रूद्राभिषेक में कुल 21 परिवार शामिल हुए। इस मौके पर आचार्य अमित बहोरे ने बताया कि पार्थिव शिवलिंग पर अभिषेक विशेष लाभ होता है। शिव में सम्पूर्ण सृष्टि समाहित है। जिसका अभिषेक करने से दिव्य फलों की कामना पूर्ण होती है। यदि पार्थिव निर्माण गंगा मिट्टी से करके उनका पूजन, अभिषेक करने से धन, यश, कीर्ति, वैभव की प्राप्ति करके मनुष्य अंत समय में शिवलोक में वास करता है। सावन के आखिरी सोमवार को देखते हुए बड़ी संख्या में लोगों ने घरों में रूद्राभिषेक किया। इस दौरान दूध, गंगा जल समेत कई अन्य चीजों से अभिषेक करके भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त किया। त्रिवेणी आरती समिति की ओर से जनहित को ध्यान में रखते हुए यमुना तट शिवाला घाट मंदिर में रूद्राभिषेक किया गया। इस अवसर पर पार्थिव शिवलिंग निर्माण करके उसका अभिषेक हुआ। समिति के पंडित अंकुश शर्मा के आचार्यत्व में हुए आयोजन में बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे।

Posted By: Inextlive