- एमएलएन मेडिकल कॉलेज में एलुमिनाई मीट का हुआ आयोजन- विभिन्न पुरस्कारों से नवाजे गए डॉक्टर्सकॉलेज के दिनों की यादें बहुमूल्य होती हैं. इनका कोई मोल नही होता है. जब कोई मंच मिलता है तो बरबस ये यादे शब्दों के रूप में बाहर आ जाती हैं. रविवार को एमएलएन मेडिकल कॉलेज की एलुमिनाई मीट में ऐसा ही हुआ. एमबीबीएस के वर्ष 1970-71 बैच की गोल्डन और 1995-96 बैच की सिल्वर जुबली मनाई गई. इस कार्यक्रम में आए पुरा छात्रों ने एक दूसरे से मिलकर आपबीती साझा की. इसके पहले कॉलेज प्रिंसिपल प्रो. एसपी सिंह चीफ गेस्ट प्रो. आरएन मिश्रा और विशिष्ट अतिथि डॉ. मंगल सिंह ने कार्यक्रम का उदघाटन किया.


प्रयागराज (ब्यूरो)। कार्यक्रम शुरू होने से पहले सभी पुरा छात्र जुलूस की शक्ल में कॉलेज कैंपस में पहुंचे। सभी को रथ पर सवार होकर कैंपस में लाया गया। इस दौरान डॉक्टर्स और उनके परिवार भी शामिल रहे और उन्होंने ढोल-ताशे की धुन पर जमकर डांस किया। कई सालों बाद एक दूसरे को सामने देखकर उनके मुंह से निकनेम निकला तो सभी की हंसी छूट गई। उन्होंने एक दूसरे का गले लगकर स्वागत किया। गोल्डन जुबली बैच के आयोजन सचिव डॉ। एलएस ओझा ने बताया कि पुराने मित्रों से मिलने का अलग महत्व होता है। ऐसा अवसर बहुत कम मिलता है।इनको मिला लाइफ टाइम अवार्ड


एलुमिनाई वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ। आलोक मिश्रा ने स्वागत भाषण दिया। प्रो। एसपी सिंह ने छात्र जीवन में कॉलेज द्वारा सिखाई गई शैली की जीवन में उपयोगिता पर ध्यान आकर्षित कराया। कोषाध्यक्ष डॉ। सात्विक स्वरूप ने वार्षिक लेखा का ब्यौरा दिया। मिलन 2021 में तीन शिक्षकों प्रो। डीके निगम, प्रो। जी सिंह और डॉ। मंजुला पांडेय को लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया। गोल्डन जुबली बैच के संयोजक डॉ। एके बजाज, डॉ। मुश्ताक हुसैन, डॉ। मनीषा द्विवेदी, डॉ। एलएस ओझा और सिल्वर जुबली बैच के डॉ। अतुल दुबे, डॉ। जीसी पटेल, डॉ। आशुतोष गुप्ता, डा। पल्लवी ने संचालन किया।

विशिष्ट योगदान के लिए मिला सम्मानवरिष्ठ पुरातन छात्र डॉ। शरद जैन और डॉ। सुरेश मौर्य को संगठन में विशिष्ट योगदान के लिए स्म्मानित किया गया। सचिव डॉ। अनुज गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। उन्होंने संगठन शक्तिशाली बनाने में डॉक्टर्स के योगदान को सराहा। इसके बाद जनरल बॉडी मीटिंग का आयोजन हुआ। सचिव डॉ। गुप्ता ने मीडिया कर्मियों का धन्यवाद देते ए बताया कि एलुमिनाई वेलफेयर एसोसिएशन एक सामाजिक उपक्रम है और इसमें वर्ष पर्यंत सामाजिक एवं वैज्ञानिक कार्यक्रम होते हैं।

Posted By: Inextlive