पिता के नाम पैंतीस लाख व खुद संतोष के नाम रही 15 लाख कीमत की कार भी की गई कुर्क पैसा कमाने की चाहत में अपराध के रास्ते पर दौड़ लगा रहे संतोष यादव व भाई राज कुमार यादव और उसके सगे संबंधियों के नाम पर खड़ी की गयी प्रापर्टी को पुलिस ने शुक्रवार को दिन में कुर्क कर लिया. झूंसी एरिया के शेरडीह में बने मकान समेज करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये की सम्पत्ति को पुलिस ने कुर्क कर लिया है. कुर्की की यह कार्रवाई इन दोनों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत की गई. इनके द्वारा सगे सम्बंधियों के नाम बनाई गई सम्पत्ति को भी पुलिस द्वारा कुर्क किया जा चुका है. इस तरह पुलिस की मानें तो कुल करीब पांच करोड़ रुपये की सम्पत्तियों को कुर्क किया गया है.

प्रयागराज ब्यूरो, संतोष यादव पर हत्या से लेकर हत्या के प्रयास सहित एनएसए तक के तहत मुकदमें दर्ज हैं। गैंगेस्टर राज कुमार यादव पर अपराध की संख्या कम जरूर हैं, पर वह भी छोटा अपराधी नहीं है। उसके विरुद्ध हत्या तीन मुकदमे पुलिस के रेकार्ड में दर्ज हैं। शातिर अपराधी संतोष यादव झूंसी के शेरडीह निवासी चंद्रभान यादव उर्फ बाबा का बेटा है। अपराध के दलदल में कदम रखने के बाद एक के बाद एक करके वह अपराध की सीढिय़ों पर चढ़ते हुए दोनो हाथों से दौलत बटोरता रहा। अपराध की दुनिया में हत्या से लेकर हत्या के प्रयास व फ्राड तक करने में पीछे नहीं रहा। अपराध में नाम शामिल हुआ हुआ तो गुनाहों की दुनिया के तमाम लोग उसके नेटवर्क में आ गया। पुलिस के मुताबिक इसी नेटवर्क के दम पर वह अकूत दौलत अर्जित किया। अपराध के रास्ते से कमाई गई दौलत के बल पर वह झूंसी में करोड़ों की सम्पत्ति खड़ी कर लिया। हत्या व हत्या के प्रयास जैसे मामलों में इनवाल्व हुए संतोष की दौलत ही नहीं इलाके में उसके खौफ का रुतबा भी तेजी से बढ़ा।

भाई ही अपराध के रास्ते पर
अपराध के रास्ते से हुई भाई संतोष की तरक्की और बढ़ा रुतबा उसके भाई राजकुमार यादव को भी खूब रास आया। भाई संतोष के कदम चिन्हों पर चलते हुए राजकुमार ने भी बंदूक उठा लिया। जहां भी दौलत या फायदा नजर आया वह भी हत्या या हत्या करने के प्रयास में पीछे नहीं रहा। एक तो अपराध की दुनिया में नाम कमा चुका संतोष का भाई ऊपर से खुद अपराध करने लगा तो राजकुमार यादव के नाम का भी खौफ बन गया। अब दोनों भाई मिलकर अपराध से दोनों हाथ नोट बटोरने लगे थे। पुलिस का कहना है यह दोनों एक गैंग बनाकर अपराध को अंजाम देने लगे थे। अपराध से अर्जित दौलत के बल पर इनके जरिए खुद के साथ अपने करीबियों के नाम भी करोड़ों की सम्पत्ति बनाई गई। गैंगेस्टर की कार्रवाई के बाद तीन सितंबर को जिला मजिस्ट्रेट द्वारा इनकी सम्पत्तियों को कुर्क करने का आदेश जारी किया गया। हिस्ट्रीशीटर गैंगेस्टर संतोष यादव व उसके भाई राज कुमार यादव के साथ के साथ सगे सम्बंधियों एवं सहयोगियों राकेश यादव, मिथिलेश यादव, सुजीत यादव व मंगल पासी आदि दर्ज गैंगेस्टर के मुकदमे में शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक संतोष व राज कुमार द्वारा अपराध से अर्जित दौलत से पिता चंद्रभान यादव उर्फ बाबा, पत्नी ममता यादव व राज कुमार यादव भी पत्नी रंजना देवी के नाम करोड़ों की सम्पत्ति झूंसी में बनाया था। जिसे कुर्क किया गया।


कुर्क की गई सम्पत्ति व आपराधिक रेकार्ड
झूंसी के शेरडीह में संतोष यादव के नाम नाम की छह बिस्वा में निर्मित दो मंजिला मकान कीमत करीब ढाई करोड़
संतोष की पत्नी ममता व भाई राज कुमार यादव की पत्नी रंजना के नाम संयुक्त रूप से क्रय की गई करीब दो करोड़ रुपये की सम्पत्ति
संतोष यादव के नाम खरीदी गई टाटा सफारी अनुमानित कीमत करीब 15 लाख
अभियुक्तों के पिता चंद्रभान यादव के नाम खरीदी गई फोर्ड इंडिवर कार अनुमानित कीमत करीब 35 लाख
संतोष यादव के खिलाफ जिले के झूंसी, सिविल लाइंस, नैनी के अलावा वाराणसी जिले के लंका थाने में आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं
उसके भाई राज कुमार यादव के विरुद्ध झूंसी थाने में वर्ष 2005 से 2012 तक हत्या के तीन, हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में कुल पांच मुकदमें दर्ज हैं।

पुलिस की जांच में सोर्स ऑफ इनकम का पता नहीं चला जिसके दम पर इतनी सारी प्रापर्टी खड़ी क जाय। इसी के आधार पर रिपोर्ट डीएम को भेजी गयी थी। उनकी तरफ से आदेश मिलने पर ही कार्रवाई की गयी है।
वैभव सिंह
इंस्पेक्टर झूंसी

Posted By: Inextlive