जलनिकासी न होने से मोहल्लों में भरने लगा है पानी, छह एसटीपी के चालू होने का दावा, बक्सीमोढ़ा एसटीपी प्लांट में भरा पानी

क्कक्त्रन्ङ्घन्द्दक्त्रन्छ्व: बाढ़ की वजह से सिर्फ पब्लिक ही नहीं तमाम व्यवस्थाएं भी प्रभावित हुई हैं। सिटी के अंदर गंगा प्रदूषण के स्थापित सात एसटीपी प्लांट में एक बंद है। छह प्लांट के चलने का दावा अधिकारी कर रहे हैं। जबकि करेली बक्शीमोढ़ा पुल के पास बने एसटीपी प्लांट में पानी भर गया है। उधर, फाफामऊ घाट बाढ़ का पानी मंदिर के पास सड़क पर पहुंच गया है। ऐसे में यहां भी अंतिम संस्कार का कार्य बंद हो गया है। अब विद्युत शवदाह गृह ही एक मात्र लोगों के लिए सहारा बना हुआ है।

फाफामऊ में भी अंतिम संस्कार बंद

बाढ़ के चलते दूसरी सबसे बड़ी समस्या लोगों की बॉडी के अंतिम संस्कार को लेकर उत्पन्न हो गई है। बाढ़ का पानी भर जाने के कारण रसूलाबाद में रविवार से ही बॉडी जलाने का काम बंद है। फाफामऊ में भी बॉडी के अंतिम संस्कार काम बंद कर दिया गया है। यहां घाट पर बनी मंदिर के पास तक पानी चढ़ गया है। बॉडी को चिता पर रखकर जलाने का स्थान ही नहीं बचा है। मृतकों की बॉडी को लेकर अंतिम संस्कार के लिए लोगों को भटकना पड़ रहा है। दूसरी ओर शहर में गंगा प्रदूषण के कुल सात एसटीपी प्लांट स्थापित हैं। बाढ़ को देखते हुए नैनी एरिया में स्थित एसटीपी प्लांट को बंद कर दिया है। इस प्लांट के बंद होने से लोगों के घरों का निकला पानी मोहल्लों की गलियों में भरने लगा है। गंगे पानी व उठ रही दुर्गध से पब्लिक को परेशानी हो रही है। बक्शीमोढ़ा पुल के पास स्थित एसटीपी प्लांट में बाढ़ का पानी भरने के बावजूद इसके बंद नहीं होने का दावा विभाग कर रहा है।

यहां रोड किनारे लगाई जा रही चिता

रसूलाबाद घाट और फाफामऊ में बाढ़ के चलते अंतिम संस्कार का काम बंद होने से विद्युत शवदाह गृह पर प्रेशर बढ़ गया है।

तेलियारगंज शंकरघाट और दारागंज विद्युत शवदाह गृह में बॉडी के अंतिम संस्कार को लेकर भीड़ लगी हुई है।

दारागंज में जहां चिता लगाई जाती थी वहां इतना पानी भरा है कि लोग डूब जाय।

ऐसी स्थिति में यहां दारागंज विद्युत शव दाह गृह के पास बांध किनारे चिंता लगाई कर बॉडी जलाई जा रही है।

हालात गवाह हैं कि अंतिम संस्कार के लिए शहर में सिर्फ दो विद्युत शवदाह गृह व एक रोड किनारे लगाई जा रही चिता कुल तीन स्थान ही बचे हैं।

ऐसे में मृतकों की बॉडी के चिता को लेकर भी बाढ़ ने पब्लिक में चिंता बढ़ा दी है।

सात में से सिर्फ नैनी एसटीपी प्लांट बंद है। बाकी के सारे प्लांट चल रहे हैं। करेली एरिया के प्लांट में पानी भरा है ऐसी जानकारी नहीं है।

एमजी श्रीवास्तव

जीएम गंगा प्रदूषण

Posted By: Inextlive