महिलाओं के लिए विशेष तौर पर चलायी गई पिंक बसें सड़कों पर दौड़ रही है. लेकिन उन बसों में महिलाएं अपने आपको सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है. बसों में खराब हालात बताने पर कोई समाधान नहीं मिला तो एक महिला ने ट्वीट करके जिम्मेदारों की आंख खोलने की कोशिश की है. टवीट के मुताबिक पिंक बसों में लगाए पैनिक बटन खराब हो चुके हैं. इसका कोई रिस्पांस ही नहीं है. सीट के बगल में लगाये गये चार्जिंग प्वाइंट भी काम करना बंद कर चुके हैं. बसों में अब टोल फ्री नंबर गायब हो चुके हैं. इस टवीट के बाद दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने शुक्रवार को पिंक बसों का स्टिंग करके हकीकत परखने की कोशिश की. इस दौरान एक बस ऐसी भी मिल गयी जिसका पैनिक बटन छोडिए ज्यादातर इलेक्ट्रानिक उपकरण हिलते डुलते नजर आये. टच करते ही चार्जिंग प्वाइंट का स्विच लटक जा रहा था.

प्रयागराज (ब्यूरो) इन बसों का संचालन उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम करता है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि प्रयागराज रीजन में कोई भी पिंक बस नहीं है। सिर्फ लखनऊ रूट पर लखनऊ रीजन की चार पिंक बसें संचालित होती है। इसके अलावा किसी भी रूट पर पिंक बस का संचालन नहीं होता है। इन्हीं चार पिंक बसों के भरोसे रोडवेज अधिकारी महिलाओं के अकेले सफर करने पर सुरक्षित यात्रा का भरोसा जता रहे है। इन चार बसों में सफर करने के लिए महिलाओं को पहले से टिकट तक बुक कराना पड़ता है। क्योंकि, अगर कोई महिला पिंक बस पकडऩे के लिए सिविल लाइंस डिपो पहुंच गई तो घंटों इंतजार करना पड़ता है। इन बसों का डिपो पहुंचने का टाइमिंग फिक्स है। रिपोर्टन ने चेक किया तो चार बसों में से एक बस नंबर यूपी 78 एफएन 7516 स्टेशन पर मिल गयी। बस के भीतर चेक करने पर पता चला कि पैनिक बटन और ज्यादातर सीटों के चार्जिंग प्वाइंट खराब हैं। टोल फ्री नंबर तक लिखा हुआ नजर नहीं आ रहा था। मतलब किसी के पास पहले से सेव नहीं है तो रास्ते में इन टूल्स के जरिए तो कोई मदद मिलने से रही।

यह लिखकर किया था ट्वीट
शिल्पा नाम की महिला ने ट्विटर के जरिए ट्वीट कर लिखा था कि पिंक बसों में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। बस पर लिखा टोल फ्री नंबर गायब है। पैनिक बटन टूटकर लटका हुआ है। यह तक नहीं लिखा है कि यह पैनिक बटन है या फिर किसी और चीज का है।

प्रयागराज रीजन में कोई भी पिंक बस नहीं है। लखनऊ रीजन की चार पिंक बसें डिपो पर रोजाना आती-जाती हैं। उन बसों में लगे पैनिक बटन हो या चार्जिंग प्वाइंट उसके बारे में बता पाना मुश्किल है।
सीबी राम वर्मा
एआरएम सिविल लाइंस डिपो

Posted By: Inextlive