मेले को तीसरी लहर से बचाने की तैयारी
प्रयागराज (ब्यूरो)। इस बार माघ मेले में कोरोना की तीसरी लहर से बचाव पर जमकर एक्सरसाइज चल रही है। शासन ने स्वास्थ्य विभाग को कोरोना से बचाव के पूरे इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। पिछले माघ मेले में कोरोना से बचाव के लिए शिविरों में सैंपलिंंग के लिए टीमें लगाई गई थीं। इस बार सैंपलिंग के साथ टीकाकरण कराने की जिम्मेदारी भी सर्विलांस टीमों को दी गई हैं। जानिए मेले में क्या हैं इंतजाम1- कोविड कंट्रोल रूम- मेले में कंट्रोल रूम की स्थापना आईटिपलसी के अंतर्गत की जाएगी। यह चौबीस घंटे चालू रहेगा और कंट्रोल रूम के नंबरों की जानकारी डिस्प्ले और पब्लिक एड्रेस सिस्टम के जरिए दी जाएगी। कंट्रोल रूम का नोडल अधिकारी एसीएमओ डॉ। एके तिवारी को बनाया गया है।
2- सैंपलिंग सेंटर- मेले में छह सेक्टर बनाए गए हैं और प्रत्येक सेक्टर में एक कोरोना सैंपलिंग सेंटर की स्थापना की गई है। यह सुबह 8 से शाम 5 बजे तक कार्यरत रहेगा।3- वैक्सीनेशन सेंटर- प्रत्येक सेक्टर में एक कोरोना वैक्सीनेशन केंद्र बनाया जा रहा है। यह केंद्र सुबह आठ से रात 9 बजे तक संचालित किया जाएगा। इसका नोडल एसीएमओ डॉ। तीरथलाल को बनाया गया है।4- कोविड केयर सेंटर- पाजिटिव मरीजों के इलाज के लिए कोविड केयर सेंटर बनाया गया है।
5- कोविड एमएमयू टीम- मेले में कुल बीस टीमें बनाई जाएंगी। इनमें एंटीजन और आरटीपीसीआर जांच के लिए मेले के प्रवेश द्वार पर टीमों को तैनात किया जाएगा। यह टीमें सुबह 8 से शाम 5 बजे तक काम करेंगी। इसके नोडल डिप्टी सीएमओ डॉ। सौरभ रावत को बनाया गया है।6- स्क्रीनिंग सेंटर- मेला एरिया में स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं को प्रवेश स्थानों पर स्क्रीनिंग कार्य कराया जाएगा। इसके नोडल डॉ। रवि कुमार को बनाया गया है।7- सर्विलांस टीम- मेले में कुल 60 टीमों का गठन किया जा रहा है। आंगनबाड़ी और आशा बहुओं के सहयोग से मेले में शिविरों में जाकर लोगों का सैंपलिंग और टीकाकरण स्टेटस पता किया जाएगा। अगर वैक्सीनेशन नही हुआ है तो श्रद्धालुओं की जांच कराने के साथ कोरोना टीका लगवाया जाएगा।माघ मेले की तैयारियों को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। तीसरी लहर की संभावनाओं के बीच मेले का आयोजन सफल तरीके से कराया जाना है। इसके लिए जांच और वैक्सीनेशन आदि के लिए नोडल बनाए गए है और इनको जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।डॉ। नानक सरन, सीएमओ प्रयागराज