प्रॉक्टर साहब 01 बजे क्यों चले जाते हैं?
इलाहाबाद डिग्री कॉलेज में तनातनी
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष पर एक्शन की तैयारी ALLAHABAD: इलाहाबाद डिग्री कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष प्रफुल्ल देव शुक्ला पुत्र मुकुन्द देव शुक्ला निवासी 317 सी श्याम नगर दारागंज को कारण बताओ नोटिस दी गई है। एडीसी के चीफ प्रॉक्टर डॉ। आनंद कुमार की ओर से जारी नोटिस में प्रफुल्ल से पूछा गया है कि क्यों न उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए? उन्होंने प्रफुल्ल से लिखित रूप से अपना पक्ष कुलानुशासक कार्यालय में 18 सितम्बर को देने को कहा है। एडमिशन का दबाव, तालाबंदी कीप्रफुल्ल पर आरोप है कि उसने 06 सितम्बर को वाणिज्य विभाग द्वारा तय समय सीमा के बाद छात्रों को लेकर एडमिशन का दबाव बनाया। कॉलेज के मुख्य गेट पर लगभग 01 बजे दोपहर में गार्ड से चाभी छीन कर तालाबंदी की। जिससे विधि की परीक्षा में बाधा हुई। चीफ प्रॉक्टर ने नोटिस में कहा है कि प्रफुल्ल विधि संकाय बेनीगंज परिसर के छात्र हैं। लेकिन, अक्सर कीडगंज परिसर में घूमते रहते हैं। उधर, बुधवार को प्रफुल्ल ने प्रिंसिपल डॉ। अतुल सिंह को ज्ञापन देकर चीफ प्रॉक्टर को हटाने की मांग की है।
तानाशाही का जड़ा आरोपप्रफुल्ल के मुताबिक चीफ प्रॉक्टर तानाशाह हैं। उसका आरोप है कि प्रॉक्टर 01 बजे घर चले जाते हैं। जबकि, उसने 05 बजे तक उनके कॉलेज में रहने का निवेदन किया था। उन्होंने कहा कि वह नहीं रुकेंगे। प्रफुल्ल का कहना है कि प्रॉक्टर के जाने की टाइमिंग सीसीटीवी में देखी जा सकती है। उसका कहना है कि प्रॉक्टर घर चले जाते हैं। जिससे छात्रों के चरित्र प्रमाण पत्र, ट्रांसफर प्रमाण पत्र आदि का काम रूक जाता है।
प्रफुल्ल ने टीचर्स के साथ अभद्रता की। उसके सारे आरोप बेबुनियाद हैं। वाणिज्य के शिक्षक सुबह जल्दी आते हैं। इसलिए प्रॉक्टर 01 बजे जाते हैं। उसने अपने छात्रसंघ अध्यक्ष रहने के कार्यकाल के दौरान कई फर्जी बिल बनाकर भुगतान का दबाव बनाया। जिससे इंकार के बाद वह परेशानी पैदा कर रहा है। पूर्व में उसकर क्रिमिनल केस भी दर्ज करवाया गया था। डॉ। अतुल सिंह, प्रिंसिपल एडीसी -------------------------- सीएमपी में छात्रों के लिए अनशन सीएमपी डिग्री कॉलेज में व्याप्त समस्याओं के विरोध में छात्र शैलेन्द्र सिंह ने अनशन की शुरूआत की है। शैलेन्द्र का कहना है कि अनशन छात्रों से जुड़ी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर किया जा रहा है। ऐसे में यदि छात्रों का गुस्सा भड़कता है तो इसके जिम्मेदार प्राचार्य होंगे। उसके समर्थन में अजीत उपाध्याय, बृजराज वर्मा, अंकित सिंह, रत्नाकर भारतीय आदि पहुंचे।