धीरेंद्र को एसएससीजेई में 38वीं आल इंडिया रैंक संगम नगरी के दर्जनों छात्रों ने लहराया परचम एसएससी की ओर से जारी किए गए जूनियर इंजीनियरिंग भर्ती परिणाम में प्रयागराज ने फिर से बाजी मारी है. यहां रहकर तैयारी करने वाले दर्जनों प्रतियोगियों ने इसमें बाजी मारी है. परिणाम के अनुसार जूनियर इंजीनियर भर्ती में कुल 800 उम्मीदवारों का चयन किया गया है. इनमें से 541 उम्मीदवारों का चयन सिविल इंजीनियरिंग और 259 उम्मीदवारों का चयन मैकेनिकल एवं इलेक्ट्रिकल के लिए हुआ है.


प्रयागराज (ब्यूरो)। ऑल इंडिया की जूनियर इंजीनियर भर्ती परीक्षा में एक बार फिर संगम नगरी के कई मेधाओं ने अपनी सफलता का परचम लहराया है। जिसमें सीपीडब्ल्यूडी में धीरेंद्र कुमार ,अभिजीत मिश्रा ,महेश कुमार, केंद्रीय जल आयोग में अमित कुमार, अर्पित मिश्रा, प्रदीप मिश्रा ,दिलीप मौर्य ,गुंजन मौर्या सिमरन मोदनवाल ,ऋषभ गुप्ता ,अरविंद चौधरी, आशुतोष तिवारी , मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस में प्रियंका यादव , राहुल यादव , बीआरओ में मोहित सिंह तथा डीजीक्यूए नवल में विवेक यादव का कनिष्ठ अभियंता पद पर चयन हुआ है।लंबे समय से कर रहे थे तैयारी


एसएससी जेई क्वालिफाई करने वाले अभ्यर्थी लंबे समय से प्रयागराज में रहकर तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि संगम नगरी मां सरस्वती की धरा है और यहां जो सच्ची श्रद्धा से आया है खाली हाथ नही गया है। सभी को देर सबेर यहां सफलता मिल ही जाती है। सफलता पाने वालों को उनके परिजनों ने बधाई दी है। धीरेंद्र को मिली 38वीं रैंक

जालौन जिले के कालपी तहसील के बम्हौरा गांव निवासी कृषक वीर सिंह के पुत्र धीरेंद्र का चयन एसएससी जेई सीपीडब्ल्यूडी में कनिष्ठ अभियंता पद पर हुआ है। माता श्रीमती कुसमा देवी एक कुशल ग्रहणी हैं। उनको आल इंडिया 38वीं रैंक हासिल हुई है। उन्होंने राजकीय पॉलीटेक्निक उरई से सिविल इंजीनियरिंग में 2019 में 76 प्रतिशत अंकों के साथ डिप्लोमा किया। कहते हैँ कि डिप्लोमा करने के दौरान से ही मेरा लक्ष्य जूनियर इंजीनियर बनना था। जिसमे मेरे घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के बावजूद मेरे घर वालों ने मेरे लिए हर संभव प्रयास किए ताकि मैं अपनी मंजिल पा सकूं। वह अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षक के डी यादव, लोकेंद्र त्रिपाठी, रवि शंकर वर्मा, नवीन वर्मा, अरहम सिद्दीकी को दिया है। कठिन परिश्रम के बाद मिली सफलताउरई नगर के इंद्रा नगर निवासी नरेंद्र गुप्ता के पुत्र ऋषभ गुप्ता का चयन केंद्रीय जल आयोग में कनिष्ठ अभियंता पद पर होने से क्षेत्र के लोग गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। दो भाई में सबसे बड़े ऋषभ ने कक्षा 10 के बाद ही घर की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण 10 के बाद ही राजकीय पॉलीटेक्निक उरई से सिविल इंजीनियरिंग में 77 फीसदी के साथ डिप्लोमा उत्तीर्ण किया। ऋषभ गुप्ता ने श्री विनायक एकेडमी से हाईस्कूल 85 फीसदी उत्तीर्ण किया। वह कहते हैं कि कठिन परिश्रम से सफलता मिलती है। अगर बिना रुके और भटके मेहनत की जाए तो एक दिन कामयाबी जरूर मिलती है।सिविल सर्विसेज की करनी है तैयारी

एसएससी जेई एग्जाम में सेंट्रल वाटर कमीशन में चयनित होने वाले आशुतोष तिवारी प्रयागराज की धरती को सलाम करते हैं। वह कहते हैं कि सलोरी एरिया में रहकर तैयारी करने में बेहद आनंद आया। इसका फल भी मिला है। मूल रूप से वह अयोध्या के रहने वाले हैं और उनके पिता राकेश तिवारी पेशे से एकाउंटेंट हैं। वह कहते हैं कि सफल यही खत्म नही हुआ है। अभी यूपीएससी की तैयारी करती है। काफी लंबा समय तय करना है।परिवार का मिला सपोर्टबस्ती जिले के रहने वाले अरविंद चौधरी कुछ साल पहले सलोरी एरिया में रहने आए थे। तब उन्होंने यहां पर एसएससी जेई की तैयारी शुरू कर दी। इस एग्जाम में उन्हें सफलता मिली तो खुशी का ठिकाना नही रहा। वह कहते हैं कि परिवार के सपोर्ट के बिना कोई कुछ नही कर सकता है। वह कहते हैं कि अब मेरा परिवार के प्रति जिम्मेदारी निभाने का समय आ गया है। उनके पिता सुभाष चंद्र चौधरी हैं।काश पापा होते तो फूले नही समाते
जौनपुर के बडग़ांव निवासी अमित कुमार को एग्जाम में सफलता मिली है। उन केपरिवार में दो छोटी बहन, बड़ी दादी व हमारी माता जी है। पिता जी का स्वर्गवास 6 जून 2021 को कोरोना के कारण हो गया था। उनकी मृत्यु के बाद घर आर्थिक तंगी से जूझने लगा। मुझे काफी मुश्किल से तैयारी करने का मौका मिला। आज पिताजी होते तो खुशी से फूले नही समाते। मुझे पिता ने बड़ मुश्किल से पढ़ाया है। उनके त्याग का परिणम है कि आज मेरा सेलेक्शन हो गया है।

Posted By: Inextlive