'फिसड्डीÓ निकला प्रयागराज
प्रयागराज ब्यूरो । जिले में कोरोना वैक्सीनेशन दो माह से बंद पड़ा है। इसके पहले तक महज 38.21 फीसदी लोगों को ही प्रिकाशनरी डोज लगाई जा सकी थी। यह पचास फीसदी भी नही थी। इसके बाद वैक्सीन की अनुपलब्धता के चलते सभी सेंटर बंद कर दिए गए। अब जब कोरोना की चौथी लहर दरवाजे पर दस्तक दे रही है ऐसे में लोग वैक्सीनेशन सेंटर्स पर पहुंच रहे हैं लेकिन उन्हें वहां पर इंकार ही मिल रहा है। केवल 20 वॉयल ही मौजूद
वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग के पास कोविशील्ड की महज 20 डोज ही मौजूद है जबकि 80 फीसदी लाभार्थियों को वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज इसी वैक्सीन की लगी है। ऐसे मे प्रिकाशनरी डोज भी इसी वैक्सीन की लागाई जानी है। अधिकारियों का कहना है कि शासन से मिलने क बाद ही प्रिकाशनरी डोज लगाई जाएगी। वहीं जिले में कोवैक्सीन की 5760 डोज बची है। हालांकि इस वैक्सीन की कवरेज काफी कम है इसलिए गिने चुने लोग ही इसे लगवा रहे हैं। किशोरों को लगाई जाने वाली कार्बोवैक्स की एक भी डोज स्वास्थ्य विभाग के पास मौजूद नही है।प्रदेश में मिली है 53वीं रैंक
प्रिकाशनरी डोज लगाए जाने में के मामले में प्रयागराज को प्रदेश में 75 जिलों केबीच में 53वीं रैंक मिली है। बस्ती पहले नंबर पर है और देवरिया दूसरे स्थान पर है। मुजफ्फरनगर को तीसरी रैंक मिली है। इन तीनों जिले में कोरोना की प्रिकाशनरी डोज पचास फीसदी से अधिक लगाई जा चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि वैकसीन आने के बाद तभी सेंटर्स पर प्रिकाशनरी डोज लगाई जाएगी।वैकसीनेशन की वर्तमान स्थितिएज कटेगरी एचीवमेंट परसेंटेज स्टेट रैंक18 प्लस फस्र्ट डोज 102.84 2618 प्लस सेकंड डोज 97.71 2612 से 14 ईयर फस्र्ट डोज 99.28 1512 से 14 ईयर सेकंड डोज 89.58 2515 से 17 ईयर फस्र्ट डोज 99.31 3015 से 17 ईयर सेकंड डोज 92.96 30प्रिकाशन डोज 38.21 53अभी हमारे पास वैकसीन नही है। जब आएगी तब प्रिकाशनरी डोज लगाई जाएगी। बूस्टर डोज से कोरोना से अधिक बचाव होगा। सरकार ने भी इसके लिए कहा है। शुरुआत में निशुल्क डोज लगाई जा रही थी लेकिन लोग जागरुक नही थे।डॉ। तीरथ लाल, नोडल वैक्सीनेशन,स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज