रेमडेसिविर इंजेक्शन की ब्लैक मार्केटिंग
एसआरएन हॉस्पिटल के गेट पर तीन ब्लैकमेलर गिरफ्तार, इंजेक्शन लेकर साथी फरार
वाट्सएप व फेसबुक के जरिए ढूंढते से कस्टमर, 50 हजार रुपये में देते थे एक इंजेक्शनPRAYAGRAJ: कोरोना से एक तरफ लोगों की जान जा रही है। दूसरी तरफ इंसानियत के दुश्मन रेमडेसिविर इजेक्शन की ब्लैक मार्केटिंग कर रहे हैं। कोरोना के पाजिटिव मरीजों को लगाए जाने वाले इस इंजेक्शन की आपूर्ति पर्याप्त नहीं है। मरीज का हर तीमारदार इसके लिए भटक रहा है। लोगों की इसी मजबूरी का फायदा मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले तीन युवक उठा रहे थे। इस बात की खबर पुलिस अफसरों को लग चुकी थी। कोतवाली पुलिस इनकी तलाश में काफी दिनों से थी। शुक्रवार को जब एसआरएन हॉस्पिटल में बवाल हो रहा था तो तीनों मुख्य गेट पर इंजेक्शन की सौदेबाजी कर रहे थे। पुलिस इन्हें रंगे हाथ दबोच लिया। तीनों का एक साथी थैले में भरे इंजेक्शन को लेकर भाग निकला। पुलिस इसकी तलाश में जुटी हुई है।
कोरोना मरीजों को लगता है इंजेक्शनगिरफ्तार किए गए लोगों में विनोद कुमार निवासी सीएमपी कैंपस, हाल पता बगम सराय मुण्डेरा थाना धूमनगंज व राहुल शुक्ला पुत्र राकेश शुक्ला निवासी आमगोदर थाना शंकरगढ़ हाल पता इंद्रपुरी बैरहना थाना कीडगंज व अनुराग यादव पुत्र राकेश यादव निवासी रामदेवरिया थाना कप्तानगंज जिला आजमगढ़, हाल पता पटेल नगर सोहबतिया बाग दारागंज शामिल हैं। इंजेक्शन लेकर भागने वाला इनका साथी थरवई थाना क्षेत्र के 40 नंबर गोमती निवासी अजय विश्वकर्मा है। पुलिस ने बताया कि इस इंजेक्शन की डिमांड ज्यादा है और आपूर्ति काफी कम। इसलिए मेडिकल स्टोर पर काम करने वाला अजय विश्वकर्मा इंजेक्शन की ब्लैकमेलिंग का प्लान बनाया। इसमें उसके पकड़े गए तीन दोस्त भी शामिल थे। यह तीनों वाट्सएप व फेसबुक के जरिए कस्टमर तैयार करते थे। तैयार जरूरतमंद को वह 50 हजार रुपये में एक इंजेक्शन देते थे। कस्टमर सेट होने के बाद वे अजय के पास लाते थे। अजय ही रुपये लेकर इंजेक्शन दिया करता था। प्राप्त रुपयों को चारों आपस में बांट लिया करते थे। बवाल के कोतवाली के उप निरीक्षक राकेश कुमार राय, गौरव सिंह, हेड कांस्टेबल मिर्जाशवी बेग, कांस्टेबल अनिल यादव, देवेंद्र सिंह व प्रशांत द्वारा तीनों की गिरफ्तार की गई।
गिरफ्तार तीनों युवक इंजेक्शन की ब्लैक मार्केटिंग कर रहे थे। इंजेक्शन लेकर भागे हुए तीनों के साथी व सरगना की तलाश में दबिश जारी है। नरेंद्र कुमार, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली