कोरोना वैक्सीनेशन प्रयागराज फिर से रेड जोन में आ गया है. मामला किशोरों के टीकाकरण की सेकंड डोज का है. मानक से कम किशोरों के वैक्सीन लगवाने से जिले की परफार्मेंस खराब हो रही है. अधिकारियों का कहना है कि तमाम अभियान चलाकर किशोरों को केंद्रों तक लाने की कवायद जारी है. हालांकि इसी कैटेगरी की पहली डोज के आंकड़ों में प्रयागराज ग्रीन जोन में है.

प्रयागराज (ब्यूरो)। जिले में 15 से 17 साल के किशोरों का टीकाकरण जोर शोर से शुरू किया गया था।
शुरुआत में प्रगति धीमी रही, लेकिन स्कूलों के खुल जाने के बाद तेजी से संख्या में इजाफा हुआ।
एक बार फिर स्कूलों के बंद जाने से दिक्कतें बढ़ गई हैं।
कोरोना टीकाकरण की पहली डोज की प्रोग्रेस इस समय जिले में 96 फीसदी हो चुकी है
सेकंड डोज का आंकड़ा महज 72 फीसदी तक ही पहुंच पाया है।
इसकी वजह से शासन ने हालिया रिपोर्ट में प्रयागराज को दूसरी डोज की प्रोग्रेस रिपोर्ट में रेड जोन में डाल दिया है।
इसको लेकर अधिकारियों की चिंता गढ़ गई है।
बता दें कि जिले में किशोरों के टीकाकरण का लक्ष्य 4.17 लाख निर्धारित किया गया है।

यहां तो सभी जिले रेड जोन में
12 से 14 साल के टीन एजर्स के टीकाकरण की दूसरी डोज की प्रोग्रेस रिपोर्ट में प्रदेश के सभी 75 जिले रेड जोन में चले गए हैं। कहीं भी निर्धारित मानक के बराबर टीकाकरण नही किया जा सका है। वही पहली डोज में प्रयागराज सेफ जोन में हैं। टीन एजर्स के वैक्सीनेशन में पहली डोज का लक्ष्य 2.12 लाख रखा गया है और इसके सापेक्ष टीकाकरण 83 फीसदी हो चुका है। दूसरी डोज का टीकाकरण महज 15 फीसदी ही हुआ है।

बूस्टर डोज में भी पिछड़ा
वही 18 साल से अधिक उम्र वालों काो लगने वाली बूस्टर डोज में जिला पिछड़ गया है। सरकार ने जब से इस डोज को पेड किया है तब से अस्पतालों में पहुंचने वालों की संख्या कम हो गई है। यह लोग पैसे देकर वैक्सीन नही लगवा रहे हैं। यह भी बताया जा रहा है कि बूस्टर डोज लगवाने के बाद लोगों को इसका असर भी दिख रहा है। हालांकि ऐसे केस रेयर ही हैं।

किशोंरों की दूसरी डोज के आंकड़े जल्द सुधर जाएंगे। हम लोग वैक्सीनेशन का तेजी से प्रचार प्रसार कर रहे हैं। अधिक से अधिक किशोरों का टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है।
तीरथ लाल, वैक्सीनेशन प्रभारी, स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज

Posted By: Inextlive