आईपीएल इंडियन प्रीमियर लीग में प्रयागराज का यश दयाल गुजरात टाइटंस की तरफ से खेलेगा. उसे रविवार को हुई आईपीएल नीलामी में गुजरात की टीम ने 3.20 करोड़ रुपए में खरीदा. इस सफलता के बाद यश दयाल के घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया. यश के पिता खुद बेहतरीन क्रिकेटर रहे हैं लेकिन उन्हे इस लेवल की सफलता नहीं मिल सकी. बेटे की इस कामयाबी पर वह भी फूले नहीं समाए और बोले मेरे सपने को बेटे ने पूरा कर दिखाया.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। यश को बीसीसीआई ने आक्शन सूची में शामिल किया था। उनका बेस मूल्य बीस लाख रुपए रखा गया था। रविवार को जब आईपीएल की नीलामी प्रक्रिया शुरू हुई तो गुजरात टाइटंस ने 3.20 करोड़ की बोली लगाकर उन्हें खरीद लिया। अब वह इस साल होने वाले आईपीएल में इसी टीम की तरफ से बल्लेबाजों पर अपनी तेज गेंदों से कहर बरपाएंगे। उनके चयनित होने की खबर जैसे आई करबला स्थित घर में बधाई देने वालों का तांता लग गया। पिता चंद्रपाल दयाल की खुशी का ठिकाना नही रहा। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए खुशी के पल हैं। वह इतनी बड़ी फ्रेंचाइजी को आईपीएल में प्रजेंट करेगा। भगवान उसे टैलेंट दिया है जिसका उसने बखूबी इस्तेमाल किया है। इस सफलता पर यश की मां राधा दयाल और बहन शुचि दयाल ने भी खुशी जाहिर की है।तेज गेंदों से सभी को किया प्रभावित


यश इस समय गुडग़ांव में हैं। वहां पर 17 फरवरी से रणजी ट्राफी टूर्नामेंट शुरू होने जा रहा है, हाल ही में अहमदाबाद में खेले गए भारत-वेस्टइंडीज के मैच के पहले यश ने अपनी गेंदबाजी से प्रैक्टिस के दौरान भारतीय बल्लेबाजों को खूब परेशान किया था। वह बाएं हाथ से तेज गेंदबाजी करते हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द वह इंडियन क्रिकेट टीम का हिस्सा बनेंगे। इसके पहले उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स, मुंबई इंडियंस, दिल्ली कैपिटल सहित चार टीमों के ट्रायल कैंप अपनी जमकर छाप छोड़ी थी।यहां से आगे बढ़ा करियरवह 2018 में उप्र की अंडर 23 बोर्ड ट्राफी में चयनित हुए थे। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नही देखा। विजय हजारे ट्राफी में उनके द्वारा 142 किमी रफ्तार से फेकी गई गेंदों को सभी ने नोटिस किया था। 30 जनवरी को उनके पास बीसीसीआई का फोन आया था और उन्होंने भारतीय टीम से जुडऩे को कहा गया था। यहां पर उन्होंने प्रैक्टिस सेशन में अपनी तेज बालिंग से सभी को प्रभावित किया था। अभी तक यश ने प्रथम श्रेणी के 12 मैच खेले हैं और 45 विकेट हासिल किए हैं। उन्होंने लिस्ट ए के भी 14 मैच खेले और 23 विकेट लिए हैं। बातचीत में उन्होंने कहा कि उनका सपना देश के लिए खेलने का है। जिसके लिए वह जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं।बचपन से निडर थे यश

पिता चंद्रपाल एजी आफिस में सीनियर एकाउंटेंट के पद पर थे। तेज गेंदबाजी के चलते उन्हें स्पोट्र्स कोटे से नौकरी में सेलेक्ट किया गया था। 1982 में उनका वीजी ट्राफी में चयन हुआ था। वह कहते हैं कि जो सपने मैं पूर नही कर सका, उस मुकाम को मेरा बेटा हासिल कर रहा है। बताते हैं कि बचपन से ही यश को क्रिकेट खेलने का शौक था। यह कब जुनून में बदल गया पता ही नही चला। वह मैदान पर अपने सीनियर्स के साथ खेलता था और उसे तेज गेंदों से डर नही लगता था। एक बार उसने गेंद और बैट थामा तो आज तक पलट कर नहीं देखा।कैफ के बाद दूसरा नामप्रयागराज के किसी क्रिकेटर की हाल फिलहाल यह बड़ी उपलब्धि है। इसके पहले मोहम्मद कैफ इंडियन टीम में शामिल होकर प्रतिभा दिखे चुके हैं। कैफ आइपीएल में भी खेलते रहे। वह राजस्थान रायल्स, ङ्क्षकग्स इलेवन पंजाब और रायल चैलेंजर्स बेंगलूर के लिए खेले। उनके बाद यश प्रयागराज से दूसरा नाम हैं जो क्रिकेट की दुनिया में चमक बिखेर रहे है। यश 140 किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा तेज गति से गेंदबाजी करते हैं। इसी प्रतिभा की वजह से उन्हें पिछले दिनों अहमदाबाद में टीम इंडिया के साथ जोड़ा गया है। इसके अलावा अली मुर्तजा और शलभ श्रीवास्तव भी ऐसे नाम हैं जिन्होंने आईपीएल में खेलकर प्रयागराज का नाम रौशन किया है।

Posted By: Inextlive