वर्तमान समय में दिल्ली शिफ्ट हो चुका है परिवार पिता पोस्टेड हैं बरेली मेंपिता से इंस्पायर है स्मृति आगरा में हुई है स्कूलिंग दिल्ली में कॉलेज

प्रयागराज (ब्यूरो)।संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में चौथी पोजीशन क्रैक करने वाली स्मृति मिश्रा मूलरूप से प्रयागराज की रहने वाली हैं। तीसरे प्रयास में सफलता हासिल करने वाली स्मृति अपने पिता से इंस्पायर हैं जिन्होंने एसआई से सीओ तक का सफर पूरा कर लिया है। वर्तमान समय में उनकी तैनाती बरेली जिले में सीओ सेकंड के रूप में है। स्मृति का कहना है कि कोई भी टारगेट तय कीजिए, उसके लिए पूरी तरह से डिवोटेड रहिये और ईमानदारी से प्रयास करिए। सफलता का मूल मंत्र यही है। अपने नोट्स पर भरोसा करें और खुद को किसी खासें में बाधें नहीं।

अल्लापुर की रहने वाली
स्मृति मिश्रा मूल रूप से प्रयागराज के अल्लापुर पानी की टंकी के पास की रहने वाली हैं। परिवार में पिता राज कुमार मिश्रा हैं। मां अनीता मिश्रा हाउस वाइफ हैं। बड़ा भाई लोकेश मिश्रा लॉ की पढ़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहा है। उनके पिता राजकुमार मिश्रा बरेली में सीओ द्वितीय के पद पर तैनात हैं। स्मृति और उनके भाई की स्कूलिंग आगरा से हुई है। इसके बाद राज कुमार मिश्रा ने दोनो बच्चों को बेहतर एजुकेशन के लिए दिल्ली शिफ्ट कर दिया। इसके बाद इस परिवार का प्रयागराज से रिश्ता भी आलमोस्ट समाप्त हो गया। भाई लोकेश मिश्रा बताते हैं कि उनकी पैदाइश ही यहां की है। इसके बाद पूरा परिवार दिल्ली चला गया। स्मृति ने गे्रजुएशन लाइफ साइंसेज डीयू से किया और फिर कैंपस लॉ सेंटर को ज्वाइन किया। इसके पहले वह संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा को दो बार अटेम्प्ट कर चुकी हैं। इसके पहले उनके हाथ कोई सफलता नहीं थी। पहली बार उन्हें सफलता हाथ लगी है।
बचपन का सपना हुआ पूरा
स्मृति मिश्रा ने शुरू से ही आईएसए बनने का फैसला कर लिया था। शुरू से ही अपने माता-पिता से वह आईएएस बनने के लिए कहती थीं। अपने सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने सात से आठ घंटे नियमित पढाई की। जो भी पढ़ा एकाग्र होकर पढ़ा, कभी भी किसी भी चीज को रटा नहीं बल्कि समझकर ही पढ़ा। जितना पढ़ा उसके डेली नोट्स तैयार किए। जिससे भविष्य में कुछ भी भूलने पर नोट्स पर एक नजर मारते ही सब कुछ ताजा हो जाए। जब यूपीएससी का रिजल्ट जारी हुआ तो वह अपनी चौथी रैंक देखकर खुशी से नहीं समाई। उन्होंने बरेली में तैनात पिता राजकुमार मिश्रा को फोन कर एक ही शब्द कहा कि पापा में आईएएस बन गई। जिसके बाद परिवार में खुशियों का ढोल बजने लगा।

पिता ने भी शुरू से की मेहनत
स्मृति के पिता राजकुमार मिश्रा इस समय बरेली में सीओ सेकेंड के पद पर पोस्टेड हैं। उन्होंने 1989 में यूपी पुलिस में एसआई के पद पर भर्ती हुए थे। इसके बाद वह प्रदेश के अलग अलग जिलों में एसओ, इंस्पेक्टर रहे। 2013 में वह प्रमोशन पाकर इंस्पेक्टर बने। 2021 में वह इंस्पेक्टर से डीएसपी बने। अब बरेली में सीओ द्वितीय के पद पर तैनात हैं।

Posted By: Inextlive