यमुनानगर के करछना औद्योगिक क्षेत्र और नैनी बॉर्डर पर किया गया है नई चौकी का प्रस्तावएसीपी ने तीनों चौकी स्वीकृति के लिए अधिकारियों को भेजा पत्रथाना क्षेत्र काफी बड़े होते है इसलिए थाने की सीमा में कई पुलिस चौकी भी स्थापित होती है. जिनका मकसद कानून व्यवस्था बनाए रखने और थाना प्रभारी के निर्देशों का पालन करना होता है. यमुनापार क्षेत्र के तीन थाने ऐसे हैं जिनमें एक-एक चौकी और होना अनिवार्य है. जिसके लिए करछना एसीपी अजित सिंह चौहान ने करछना औद्योगिक और नैनी बॉर्डर पर जगह चिन्हित कर चौकी लगभग तैयार कर चुके हैं. इन नए चौकियों के स्वीकृति के लिए अधिकारियों को पत्र भी भेजा चुका है. सूत्रों की मानें तो सोमवार को हरी झंडी मिलना था. लेकिन एयू में हुये बवाल के जलद विलंब हो गया. जल्द ही हरी झंडी मिलते ही इन चौकियों पर एक दरोगा और सिपाही तैनात कर दिये जाएंगे.


प्रयागराज ब्यूरो । पुलिस अफसरों की मानें तो कई बार छोटी-छोटी घटनाओं का बढऩा और देरी से उसका खुलासा होने में समय लगना। उसके पीछे की कई वजह भी होती है। उसी में से एक बड़ी वजह है। क्षेत्र बड़ा होना और प्रॉपर पुलिसिंग न होना। इसी को ध्यान में रखते हुये यमुनापार डीसीपी और करछना एसीपी ने करछना, औद्योगिक और बॉर्डर नैनी थाना क्षेत्र अंतर्गत एक-एक चौकी बनाने हेतु पहले जगह को चिन्हित किया गया। जिस जगह पर नई चौकी बनाने का मंजूरी मिली। उसके बाद करछना के कस्बा में कस्बा नाम से चौकी, औद्योगिक थाना अंतर्गत रज्जू भैया विश्वविद्यालय परिसर के अंदर उसी नाम से और औद्योगिक और नैनी बॉर्डर बारा-मार्ग पर नई चौकी बनकर तैयार हो गई है। इन चौकियों की स्वीकृति के लिए पत्र अधिकारियों तक पहुंच गया है। वह हरी झंडी मिलने का इंतजार है। जानकार बताते हैं कि कई बार औद्योगिक क्षेत्र के बारा-मार्ग पर घटना होने पर रेलवे फाटक बंद मिलता है। जिसके चलते काफी दिक्कते आती है। वहीं कस्बा क्षेत्र बड़ा होने के साथ आबादी ठीक-ठाक है। वहीं रज्जू भैया विश्वविद्यालय में भी आवश्यकता अनुसार जरूर था।

Posted By: Inextlive