डाकघर कर्मचारियों की स्ट्राइक मंगलवार को भी रही जारी, पब्लिक बोली हमारा क्या गुनाह
प्रयागराज (ब्यूरो)। इसके साथ ही इस कड़ाके की ठंड में उन्हें भी बैरंग डाक घर से वापस लौटना पड़ा, जो आधार कार्ड के लिए आवेदन करने आए थे। नोटिस आदि की रजिस्ट्री के लिए आए सरकारी विभागों के कर्मचारी भी डाक घर में भटकते हुए दिखाई दिए। नाराज कर्मचारियों का कहना था कि उनकी पांच मांगें पूरी होने के बाद ही वह काम पर वापस लौटेंगे। शाम के वक्त पुलिस अफसर डाक घर सिविल लाइंस दफ्तर पहुचे। यहां नाराज कर्मचारियों को सुरक्षा देने को लेकर आश्वासन घुट्टी पिलाकर उनका गुस्सा शांत करने की कोशिश की।
एसीपी पहुंचे रूठे कर्मचारियों को मनाने
स्ट्राइक के चलते पब्लिक के काम प्रभावित होने की सूचना पर मंगलवार की शाम के वक्त एसीपी आकाश कुलहरि सिविल लाइंस डाकघर पहुंचे। उनके जरिए डाकघर के कर्मचारियों को सुरक्षा के आश्वासन की घुट्टी पिलाई गई। उनके द्वारा सुरक्षा मुहैया कराए जाने का आश्वासन दिए जाने के बाद कर्मचारी बुधवार से काम पर लौटने का निर्णय लिए। इस दौरान डायरेक्टर पोस्टल सर्विसेस गौरव श्रीवास्तव व प्रवर अधीक्षक डाक घर अभिषेक कुमार श्रीवास्तव भी कर्मचारियों के बीच मौजूद रहे। ऑल इंडिया यूनियन के सचिव राजेश सिंह, नेशनल यूनियन के सचिव प्रेम शंकर दुबे एवं बीएमएस के सचिव अनिल मौर्य, कचहरी डाक घर के पोस्ट मास्टर छोटे लाल मिश्र, सीजीआई प्रदेश अध्यक्ष सुभाष पांडेय, बीएमएस यूनियन के प्रदेश सचिव अशोक कुमार यादव, राजेश वर्मा, आशीष चटर्जी, सलवत अब्बास आदि ने कहा कि यदि कचहरी सहित अन्य किसी डाक घर में कर्मचारियों के साथ किसी तरह की कोई बात हुई तो वह फिर अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू कर देंगे।
हमने पास पोर्ट बनवाने के लिए आवेदन किया था। तीन महीने की लंबी इंतजारी के बाद डाक्यूमेंट वेरीफिकेशन की डेट दस जनवरी मिली थी। सुबह साढ़े नौ बजे से ही इस ठंड में हम डाक घर पहुंच गए थे। सोचा था कि दफ्तर खुलते ही हमारा नंबर सबसे पहले आ जाएगा। दस बजा तो मालूम चला कि कुछ काम ही नहीं होगा। डाकघर के सारे कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कचहरी डाकघर में कोई विवाद हुआ था। अब पता नहीं डाक्यूमेंट वेरीफिकेशन की डेट फिर कब मिलेगी।
मो। अख्तर, अतरसुइया
चालीस से पचास लोगों को हमें विभागीय नोटिस भेजनी है। उसी की रजिस्ट्री करने के लिए डाक घर आए हैं। यहां आने के बाद मालूम चल रहा है कि डाक घर के कर्मचारी हड़ताल पर हैं। इसलिए कोई काम काम नहीं होगा। विभागीय की नोटिस है इसे समय पर लोगों तक पहुंचना जरूरी है। बता रहे हैं कि यहीं नहीं सारे डाक घरों में हड़ताल है। नोटिस की रजिस्ट्री नहीं हो पाने से विभागीय कार्रवाई भी लेट होगी। अब दिक्कत तो है ही फिर क्या किया जाय। वापस लौटने के कोई चारा भी तो नहीं है।
अतुल प्रताप कर सहायक इनकम टैक्स
अशोक श्रीवास्तव कार्यालय अधीक्षक आईएनसीआई
हमारा भी मसला पासपोर्ट से ही जुड़ा है। हम मां का पासपोर्ट बनवाने के लिए अप्लाई किए थे। आज वेरीफिकेशन की डेट मिली थी। हम तो निर्धारित डेट पर आए हैं। अब यहां हड़ताल की वजह से काम ही नहीं हो रहा। घर लौटने के सिवाय दूसरा चारा नहीं है। समस्या यह है कि इसके एवज में हमारा काम दूसरे दिनों में होगा कि नहीं या फिर लंबी इंतजारी करनी होगी। यह बताने वाला भी यहां कोई नहीं है।
सैय्यद अब्बास कासिम, लूकरगंज
अमर सिंह, हमीरपुर कर्मचारियां की मांगें
कचहरी प्रधान डाकघर में पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई जाय।
प्रधान डाकघर के फ्रंट काउंटर को केबिन का आकार देते हुए सुरक्षित किया जाय।
कचहरी प्रधान डाकघर में लोहे का गेट लगवाया जाय।
सभी संवेदनशील डाक घरों में हाई क्वालिटी के वाइस एवं वीडियो रिकार्डिंग कैमरे लगाए भी लगवाए जाय।
जिला प्रशासन एवं बार एसोसिएशन से संपर्क कर महिला अधिवक्ता का रजिस्ट्रेशन निरस्त कराये
वकील जो मारपीट में शामिल रहे उनके खिलाफ भी विधिक कार्रवाई की जाय।