बर मिलते ही जांच में जुटी सिविल लाइंस पुलिस तो सूचना निकली गलतकैंस पीडि़ता को एडमिट कराने कार से ले जा रहे थे परिजन एक युवती दी थी सूचना कार में हाथ पांव झटकते हुए चीख रही महिला को देखकर रास्ते में जा रही युवती डॉयल 112 पर सूचित कर दिया. बताया कि कार सवार महिला का अपहरण करके भाग रहे हैं. यह सुनते ही सिविल लाइंस इंस्पेक्टर फोर्स के साथ हरकत में आ गए. आई ट्रिपल सी की टीम एक्टिव हो गई. कार को ट्रेस किया जाने लगा. पुलिस कार तक पहुंची तो पता चला कि कार में तड़प रही महिला कैंसर पीडि़ता है. परिवार के लोग उसे कमला नेहरू हॉस्पिटल में एडमिट कराने के लिए ला रहे थे. कार सवारों द्वारा महिला के अपहरण की खबर गलत निकलने पर पुलिस राहत की सांस ली.


प्रयागराज (ब्यूरो)। पुलिस के मुताबिक वंसिका नामक युवती सिविल लाइंस के एकलव्य चौराहे से गुजर रही थी। इस बीच फतेहपुर साइड से आ रही कार में एक महिला के चीखने चिल्ला की आवाज सुनी। कार की स्पीड काफी थी लिहाजा युवती को लगा कि महिला के साथ कार सवार कुछ गलत कर रहे हैं। बस इसी आशंका में युवती 122 पर कॉल करके पुलिस महिला के अपहरण की सूचना दे दी। खबर डॉयल 112 पर आई आई तो सिविल लाइंस इंस्पेक्टर फोर्स के साथ हरकत में आ गए। आई ट्रिपलसी को भी जगह-जगह लगे कैमरे से कार को ट्रेस कराया जाने लगा और चेकिंग लगा दी गई। कैमरे के जरिए कार को ट्रेस करते हुए पुलिस कमला नेहरू हॉस्पिटल जा पहुंची। कार हॉस्पिटल में खड़ी मिली। पूछताछ में पता चला कि वह लोग फतेहपुर जिले के सराय थाना क्षेत्र स्थित हुसैनगंज के हैं। कार में तड़प रही महिला का नाम सुशीला है और वह कैंसर पीडि़त है, उसकी हालत गंभीर थी इस लिए कार से इलाज के लिए स्पीड में आ रहे थे। हॉस्पिटल में एडमिट कराई गई सुशीला को देखने के बाद पुलिस वापस लौट गई। प्राप्त सूचना करीब घंटे भर पुलिस हलकान रही।


कार में महिला के अपहरण या कुछ गलत होने की सूचना जांच में गलत पाई गई है। कैंसर पीडि़त महिला को उसके परिजन ही एडमिट कराने के लिए कमला नेहरू ला रहे थे। महिला का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। जिस युवती ने पुलिस को यह सूचना दिया था, वह सराहना की पात्र है। बीरेंद्र यादव, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस

Posted By: Inextlive