बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड के इकलौते गवाह उमेश पाल एवं उनके दो गनर की ताबड़तोड़ फायरिंग एवं बमबाजी कर हत्याकांड मेें आरोपित आठवें दिन भी पुलिस की पकड़ से दूर रहे.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ सहित पुलिस की बीस टीमें लगी हैं। कार्र्रवाई के नाम पर सिर्फ कार चालक को पुलिस मुठभेड में ढेर कर पीठ थपथपा रही है। जबकि कार चालक अरबाज किसी भी सीसीटीवी फुटेज में नहीं दिखाई पड़ा। पुलिस के पास कोई ठोस सबूत तक नहीं है। ऐसा माना जा सकता है कि सभी बदमाश घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए है। सूत्रों की माने तो अब पुलिस प्रशासन वांछित इनामियों का फोटो जल्द चस्पा कर सकती है। यह फोटो बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन के अलावा प्रमुख जगहों पर लगाया जाएगा। इसकी तैयारी जोर पर चल रही है।

जिले के बाहर भी होगा चस्पा
उमेश पाल एवं उनके दो गनर संदीप एवं राघवेन्द्र सिंह की 24 फरवरी को सरेशाम गोली एवं बम से हमलाकर हत्या कर दी गयी और बेखौफ अपराधी फरार हो गये। घटना की वारदात सीसीटीवी कैद हो गयी। जिसमेें छह हमलावरों को पुलिस ने चिन्हित कर लिया है। उनकी तलाश में ताबडतोड दबिश दी जा रही है। लेकिन हमलावर आठ दिन बाद से पुलिस की पकड़ से दूर है अपराधी बेखौफ घूम रहे है। यह पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। ऐसे में सीसीटीवी फुटेज में दिखाई पड़ रहे सभी बदमाशों का फुटेज जल्द ही जिले में ही नहीं बल्कि जिले के बाहर चस्पा किया जाएगा। चर्चा यह भी कुछ दिनों से चल रही है कि घटना के दो घंटे अंतराल में ही बदमाशों के सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर कैसे वायरल हो गया। जबकि कोई भी घटना होते ही पुलिस फौरन डीवीआर अपने कब्जे में ले लेती है। तब इतनी बड़ी घटना का सीसीटीवी इतनी जल्दी कैसे वायरल हो गया। यह भी एक जांच का विशेष है।

Posted By: Inextlive