जिले के 64 केंद्रों पर हुई पीईटी, चलाई गई विशेष ट्रेन
प्रयागराज ब्यूरो, परीक्षा के मद्देनजर 12 कोच ईएमयू की प्रयागराज आगरा कैंट मेमू विशेष ट्रेन का संचालन किया गया। इसका संचालन व ठहराव फतेहपुर, कानपुर सेंट्रल, पनकी धाम, फफूंद, इटावा, फिरोजाबाद, टुंडला पर किया गया। यह ट्रेन प्रयागराज से 15.45 बजे फ्लेफार्म नंबर एक से प्रस्थान की। इसमें प्रारंभिक स्टेशन से 350 यात्री सवार सवार थे। इस ट्रेन का कानपुर से द्वितीय पाली की परीक्षा समाप्त होने के बाद बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने आगे की यात्रा की। इसी तरह कानपुर सेंट्रल आगरा कैंट मेमू का पनकी धाम, फफूंद, इटावा, फिरोजाबाद, टुंडला पर ठहराव के साथ संचालन किया गया। यह गाड़ी 3.50 बजे कानपुर सेंट्रल के प्लेटफार्म नंबर तीन से करीब 215 यात्रियों को लेकर रवाना हुई। कानपुर से मीरजापुर तक तीसरी मेमू स्पेशल ट्रेन का संचालन किया गया है। बताया गया कि इसका संभावित समय 6.30 बजे है। मांग के अनुरूप इन गाडिय़ों का ठहराव अन्य स्टेशनों पर हुआ। वापसी में डाउन दिशा में आगरा कैंट से पहली विशेष गाड़ी का प्रयागराज के लिए संचालन होगा। रेलवे स्टेशनों के साथ रोडवेज बस स्टैंड पर भी परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों की खासी भीड़ रही।
आज भी चलेगी विशेष ट्रेन
रेलवे प्रशासन के मुताबिक प्रयागराज से आगरा के लिए 3. 45 बजे, कानपुर से आगरा के लिए 3. 50 बजे व कानपुर से मीरजापुर के लिए 6. 30 बजे विशेष मेमू का संचालन 16 अक्टूबर यानी रविवार को भी होगा। अभ्यर्थियों को स्टेशन पर खाने पीने के लिए परेशानी नहीं हो, इसके लिए स्टालों पर पर्याप्त खाद्य सामग्रियों की व्यवस्था कराई गई। सुरक्षा के मद्देनजर स्टेशनों पर आरपीएफ के अतिरिक्त जवानों की ड्यूटियां लगाई गई हैं।
जिले के 64 परीक्षा केंद्रों पर दो पालियों में पीईटी परीक्षा हुई। पहली पाली सुबह 10 बजे से 12 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर दो से तीन पांच बजे की पाली में हुई। पहली पाली में 30,240 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी थी। इसमें 22, 386 परीक्षार्थी उपस्थित और 7854 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। पहली पाली में 25.97 प्रतिशत ने परीक्षा छोड़ दी। दूसरी पाली में 30,240 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इसमें 22,364 परीक्षार्थी शामिल हुए और 7876 ने परीक्षा छोड़ दी। दूसरी पाली में 26.04 प्रतिशत अनुपस्थिति रही।
सफर में हर कदम पर अभ्यर्थी हुए परेशान
युवा मंच संयोजक राजेश सचान और अध्यक्ष अनिल सिंह ने पीईटी परीक्षा में अभ्यर्थियों की समस्या को लेकर सरकार को आड़े हाथ लिया। कहा कि अभ्यर्थियों की सुविधा को लेकर पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए। इससे उन्हें यात्रा में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। नकल रोकने के नाम पर परीक्षा केंद्र दूर बनाए गए। नकल रोकने और शिक्षा माफियाओं पर अंकुश लगाने का किसी तरह का प्रभाव नहीं दिखाई। परीक्षा केंद्र दूर होने की वजह से माफियाओं पर पूर्ण रूप से लगाम नहीं लग सका। साधन के पर्याप्त इंतजाम नहीं होने से अभ्यर्थियों को ट्रेनों व बसों लटकर व छतों पर बैठकर सफर करना पड़ा।
बच्चे नहीं पूछते मां-बाप का हाल, वैलेंटाइन डे पर भी आया सवाल
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा कराई जा रही प्री-एलिजबिलिटी टेस्ट (पीईटी) के पहले दिन शनिवार को वैलेंटाइन डे को लेकर दो प्रश्न भी पूछे गए.सामान्य अध्ययन के प्रश्न सामान्य थे पर गणित में ग्राफ के प्रश्नों ने छात्रों को परेशान किया। विज्ञान के प्रश्न औसत थे तो गणित के प्रश्न घुमाफिराकर पूछे गए थे।
पीईटी में पहली पाली की अपेक्षा दूसरी पाली में प्रश्न उलझे हुए थे। गणित, विज्ञान, संविधान, विधि, सामान्य अध्ययन और रिजङ्क्षनग के प्रश्नों को कुुछ परीक्षार्थियों ने कठिन तो तो कुछ ने औसत बनाया। शाम की पाली में प्रश्न संख्या 41 और 42 नंबर के प्रश्न वैलेंटलाइन डे के गद्यांश से संबंधित थे। एक प्रश्न में पूछा गया था कि क्या वैलेंटाइन डे पर आधिकारिक अवकाश होता है। 42वें संशोधन के माध्यम से संविधान में कौन सा नया राज्य नीति के निदेशक सिद्धांत को जोड़ा गया और कौन का अनुच्च्छेद अल्पसंख्यकों के हितों का संरक्षण के लिए है। चंद्रा इंस्टीट््यूट के वागेश कुमार पांडेय ने बताया कि कुछ प्रश्न अवधारणात्मक थे और अंग्रेजी में पैसेज सामान्य थे। गद्यांश बड़े थे पर गद्यांश पर आधारित प्रश्न सामान्य थे। परीक्षार्थी अभिषेक यादव ने कहा कि इतिहास से जुड़े प्रश्न आसान थे पर संविधान से संबंधित प्रश्न कठिन लगे। नेहा ने बताया कि गणित के प्रश्न घुमा फिराकर पूछे गए थे। भारतीय संस्कृति से संबंधित प्रश्न आए थे। संदीप कुशवाहा ने कहा कि प्रश्नपत्र औसत रहा। गणित के प्रश्नों ने जरूर उलझाया अभय ङ्क्षसह ने इतिहास, संविधान और रिजङ्क्षनग के प्रश्नों आसान बताया।