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लाख वाहन क्रास कर चुके हैं 20 साल की एज लिमिट

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कॅमर्शियल वाहन पूरी कर चुके हैं 15 साल की उम्र

पुरानी गाडि़यों को स्क्रैप करने की पालिसी पर लोगों ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से शेयर की फीलिंग

PRAYAGRAJ: वित्त मंत्री ने आम बजट में चार और दो पहिया वाहनों के लिए कबाड़ नीति लागू करने का ऐलान किया है। इस नीति के अनुसार निजी वाहन बीस साल और व्यावसायिक 15 साल तक ही सड़कों पर चलाए जा सकेंगे। उनकी इस घोषणा से वाहन स्वामियों में चर्चा शुरू हो गई है। उनकी राय जानने के लिए दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने आरटीओ से पुरानी गाडि़यों का डाटा निकाल कर जब 20 साल व उससे पुरानी गाडि़यां मालिकों से बातचीत की। सभी का एक ही जवाब मिला। कबाड़ में नहीं देंगे। भले ही सड़कों पर न सही घर की शोभा ही बढ़ाएंगे पुरानी स्कूटर व कारें।

अच्छी-खासी कीमत मिली, फिर भी नहीं की सेल

दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के रिपोर्टर ने आरटीओ ऑफिस से निजी वाहन स्वामियों के नंबर निकाल कर बात किया। हर व्यक्ति स्कूटर, कार से फैमिली इमोशनल टच की बात कही। इनमें से कुछ ऐसे भी लोग मिले। जिन्होंने अपनी पुरानी गाड़ी की अच्छी-खासी कीमत मिलने के बाद भी न बेचने की बात कही। उनका कहना है कि स्क्रैप व कबाड़ में इंसेंटिव के चक्कर में नहीं देंगे। यह पीढ़ी दर पीढ़ी ऐसे ही चलता रहेगा। रिपोर्टर से बातचीत के दौरान लोगों ने बताया कि कुछ चीजें यादों के सहारे चली आ रही हैं। पुरानी यादों का पैसे से कोई तोल नहीं होता है। बहुत सी पीढि़यों की निशानी आज भी संभाल कर रखा गया है।

एक टाइम ऐसा था। मेरे पिता जी बताते हैं मोहल्ले में बहुत ही कम लोगों के पास दो पहिया वाहन हुआ करती थी। उस समय दादा जी ने बड़ी शौक के साथ पिता को स्कूटर दिलाया था। उनकी यादें इस बीस साल पुराने स्कूटर से जुड़ी हुई हैं।

शैलेश कुमार यादव

मम्मी बताती है। पापा ने पहली कमाई से 38 साल पहले स्कूटर खरीदा था। जिस वक्त लोगों के पास साइकिल होना बड़ी बात होती थी। इस स्कूटर को किसी भी कीमत में बेच नहीं सकते है। यह चले या न चले सर्विसिंग समय पर होती है।

सुजीत जायसवाल

एक समय में एंबेसडर कार किसी घर में होती थी तो लोग बड़े घराने का परिवार कहा जाता था। तीन पीढ़ी बीत चुकी है। इस कार से कई लोगों की यादें है। कभी मुसीबत में कार धोखा नहीं देती है। सड़क पर भले न चले घर में ऐसे ही पड़े रहेगी।

धर्म चंद जायसवाल

घर में कई मॉडल की नई गाडि़यां हैं पर पुरानी यादों की गाड़ी की बात ही अलग है। जब भी पुराने लुक के कपड़े पहनते है तो इसी पुरानी गाड़ी से निकलते हैं। ढेर सारी यादें इससे जुड़ी हैं। इसे किसी भी कीमत पर बेचा नहीं जा सकता।

अमित कुशवाहा

पुरानी गाडि़यों की सूची तैयार है। जैसे ही फाइनल आदेश आयेगा। सभी वाहन स्वामी को नोटिस भेज दी जाएगी। ऐसे भी ज्यादा पुरानी गाडि़यों से प्रदूषण फैलने का ज्यादा खतरा होता है।

डा। सियाराम वर्मा

एआरटीओ प्रशासन

Posted By: Inextlive