घरों की सफाई में लोग, गलियों की सफाई में जुटे रहे निगमकर्मी
घट रहा बाढ़ का पानी पर छोड़ गया सिल्ट, सफाई में जुटे लोग
अशोक नगर के नेवादा में काशी कुमार अपने दो बेटों के साथ घर की सफाई में जुटे रहे। घर में पानी न आने के कारण नालियों के पानी से ही सफाई कर रहे थे। एक सप्ताह बाद घर वापस लौटने पर इस तरह की मुश्किलों से दो-चार होना पड़ेगा। उन्होंने सोचा नहीं था। लेकिन, फिर से गृहस्थी सजाने के लिए स्वजनों के साथ जिद्दोजहद करते रहे। बोले, बाढ़ से निजात मिल गई है लेकिन, अभी भी मुसीबतें अपार हैं। बाढ़ का पानी निकल जाने पर कीचड़ और गंदगी का ढेर गलियों में लगा रहा। कमोवेश, इसी तरह के हालात शहर के उन सभी क्षेत्रों है, जहां पानी कम हो गया है। दिन भर चलती रही साफ सफाईनेवादा, मऊ सरैंया, पत्रकार कालोनी के निचले हिस्सों और राजापुर इलाकों में कहीं बाढ़ का पानी सीधे आ गया था तो कहीं नालों के रास्ते पानी घुस गया था। इससे इन क्षेत्रों के हजारों लोगों को बाढ़ राहत शिविरों, परिचितों अथवा रिश्तेदारों के यहां शरण लेनी पड़ी थी। अब बाढ़ का पानी धीरे-धीरे उतर रहा है तो लोग घर वापसी करने लगे हैं। घरों के ताले खोलने पर मिट्टी की परतें, जलकुंभी एवं अन्य तरह की गंदगी के ढेर मिल रहे हैं। जिसकी सफाई में फिलहाल लोगों के दिन बीत रहे हैं। जिन गलियों में पानी निकल गया है। नगर निगम के सफाईकर्मी उन गलियों में सफाई करने के साथ चूने और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करने में जुटे रहे। मगर, तमाम जगहों पर गलियों में कीचड़ होने के कारण सफाई में भी बाधा पहुंच रही थी।
राहत शिविरों में घटने लगी संख्या बाढ़ का पानी कम होने से बाढ़ राहत शिविरों में भी लोगों की संख्या घटने लगी है। ऋषिकुलम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शनिवार दोपहर दो बजे तक 155 लोग ही रह गए थे।