टिकट के लिए मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा स्टेशन- फोटो
प्रयागराज ब्यूरो । रेलवे के कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। कर्मचारी वेलफेयर के लिए एक्टिव रेलवे प्रशासन ने गुरुवार को एक ऐसी सौगात दी है, जिसका फायदा रेलवे के कर्मचारियों को होगा।
अब रेलवे अस्पताल में भी ट्रेन के टिकट का रिजर्वेशन होगा। गुरुवार को रेलवे अस्पताल में रिजर्वेशन काउंटर का उद्घाटन किया गया। उत्तर मध्य रेलवे के जीएम ने रिजर्वेशन काउंटर का उद््रघाटन किया। साथ ही कई हाईटेक मशीनें भी रेलवे अस्पताल को उपलब्ध कराई गईं। रेलवे के इस इस सेवा विस्तार से मरीजों और तीमारदारों को राहत मिलेगी। रेलवे अस्पताल में ही टिकट का रिजर्वेशन काउंटर होने से कर्मचारियों को परेशान नहीं होना पड़ेगा।
रेलवे अस्पताल में कर्मचारियों और उनके आश्रितों का इलाज होता है। कई बार गंभीर रोग होने पर रेलवे अस्पताल से उन्हें रेफर कर दिया जाता है। रेफर होने पर मरीजों को दिल्ली या अन्य स्थानों पर जाने के लिए रिजर्वेशन की जरुरत पड़ती है। जिसके लिए स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर पर लाइन लगानी पड़ती है। कई मर्तबा कर्मचारी ही बीमार होता है। ऐसे में उसके घर कोई पुरुष तीमारदार नहीं होने पर रिजर्वेशन के लिए बहुत दिक्कत का सामना उसके परिवार को करना पड़ता है।
जीएम ने समस्या को संज्ञान में लियाउत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक सतीश कुमार ने इस समस्या को बेहद गंभीरता से लिया। जीएम के निर्देश पर रेलवे अस्पताल में रिजर्वेशन काउंटर खोलने की कवायद शुरू हुई। गुरुवार को जीएम सतीश कुमार और उत्तर मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष रुबी रानी सिंह ने रिजर्वेशन काउंटर का उद्घाटन किया। रिजर्वेशन काउंटर खुलने की जानकारी होने पर कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त किया।
अस्पताल को मिली हाईटेक मशीन
रेलवे अस्पताल में लैब में लगभग सभी जांच होती है। मगर हाईटेक मशीन न होने की वजह से जांच में लंबी लाइन लग जाती है। जांच रिपोर्ट आने में कई दिन लगने से मरीजों के उपचार में चिकित्सकों को समस्या होती थी। रेलवे अस्पताल प्रशासन ने इस समस्या से अफसरों को कई बार अवगत कराया। इस पर जीएम सतीश कुमार ने अपने स्तर से प्रयास करके रेलवे अस्पताल लैब को हाईटेक मशीन उपलब्ध कराई है। रेलवे अस्पताल की लैब को बेकमैन कूल्टर एसेस-2 के मिलुमिन्सेंट इम्यूनो एसे मशीन मिली है। जीएम ने रेलवे अस्पताल को इस हाईटेक मशीन को भेंट किया। इस मशीन से एक घंटे में सौ टेस्ट किए जा सकते हैं। रेलवे अस्पताल लैब में इस मशीन के आने से जांच में तेजी आएगी। इससे मरीजों को जांच रिपोर्ट के लिए कई दिन तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसके साथ ही अस्पताल में प्राइवेट केबिन की भी सुविधा बनाई गई है। प्राइवेट केबिन में दो मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा सकता है। अधिकारी केबिन में रेलवे के अधिकारियों का घर जैसे माहौल में इलाज की सुविधा रहेगी। इसके अलावा अस्पताल को बच्चों का वजन मापने वाली की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
रेलवे अस्पताल में खोले गए काउंटर पर केवल मरीजों के लिए ही रिजर्वेशन की सुविधा रहेगी। बाहरी लोग इस काउंटर से रिजर्वेशन नहीं करा सकेंगे। यहां पर रिजर्वेशन कराने के लिए मरीज या उसके तीमारदार को रेलवे अस्पताल के रेफर का पेपर दिखाना होगा। इसके बाद ही रिजर्वेशन होगा।