सुबह 9.25 पर ट्रैक से उतरी काशी एक्सप्रेस के दो पहिए मची रही खलबली मरम्मत के बाद 12.37 पर रवाना हुई ट्रेन तब जाकर यात्रियों ने ली चैन की सांसमुंबई से गोरखपुर जा रही काशी एक्सप्रेस के इंजन से लगे पावर कार के दो पहिए बेपटरी हो गए. तेज आवाज के साथ यात्रियों को जोरदार झटका लगा. जिससे ट्रेनों में बैठे यात्री सहम गए. काफी देर तक यात्रियों के बीच खलबली मची रही.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। दुर्घटना मंगलवार को प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर नौ पर सुबह 9.25 बजे उस समय हुई जब ट्रेन गोरखपुर के लिए रवाना हो रही थी। दुर्घटना के बाद दोनों पहिए को ट्रैक पर वापस लाने के लिए घंटों कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। रूट ब्लाक होने के कारण गोदान एक्सप्रेस, दानापुर सुपर फास्ट, पवन एक्सप्रेस भी घंटों खड़ी रही। रूट क्लीयर होने के बाद 11.22 बजे गोदान एक्सप्रेस को आगे भेजा गया। इसके बाद 12:37 पर काशी एक्सप्रेस रवाना हुई। वहीं कुछ यात्रियों से दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम ने बातचीत की।

ट्रेन रुकते ही उतर पड़े यात्री
लोकमान्य तिलक से गोरखपुर के बीच चलने वाली 15017 काशी एक्सप्रेस मंगलवार को कोहरे के कारण सुबह लगभग सवा घंटा देरी से 9.06 बजे प्रयागराज जंक्शन पहुंची। इस ट्रेन के सुबह 7.55 बजे पहुंचने का समय निर्धारित है। ट्रेन के ठहराव के बाद 9.25 बजे जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म नंबर नौ से रवाना हुई, तेज आवाज के साथ यात्रियों को झटका लगा और झटके के साथ ट्रेन रुक गई। अचानक ट्रेन के रुकने से यात्री सहम गए और ट्रेन के रुकते ही लोग नीचे उतरने लगे। पता चला कि दो पहिए बेपटरी हो गए हैं। तत्काल कंट्रोल रूम को सूचना दी गई तो खलबली मच गई। आनन फानन में रूट पर ट्रेनों का संचालन रोका गया और तकनीक टीम के साथ मौके पर अधिकारी पहुंचे। जंक्शन पर यात्रियों को बैठाने आए स्वजन भी अनहोनी टलने पर ईश्वर को धन्यवाद देते रहे। जब तक ट्रेन रवाना नहीं हुई स्वजन भी जंक्शन पर मौजूद रहे। इससे प्लेटफार्म पर भारी भीड़ जमा हो गई।

गनीमत रही की ट्रेन की रफ्तार तेजी नहीं थी। अचानक तेज आवाज हुई तो दिल जोर से ध्$ाड़क उठा। उतर कर देखने पर पता चला कि दो पहिया ट्रैक से उतर गया है। परिजन छोड़कर अभी प्लेटफार्म से बाहर की तरफ रवाना भी नहीं हुये थे।
संतोष कुमार, यात्री

ईश्वर का शुक्र है कि कोई हादसा नहीं हुआ। आगे का सफर पता नहीं कैसा होगा। रास्ते भर एक डर सा बना रहेगा। करीब तीन घंटा होने जा रहा है। ट्रेन अभी तक रवाना नहीं हुई है। अपने गंतव्य तक भी लेट से पहुंचेंगे।
रवि शंकर, यात्री

तेज आवाज के साथ झटका लगा तो लोग एक दूसरे पर गिर पड़े। यह झटका सबसे ज्यादा महसूस बेपटरी हुये बोगी के बगल की बोगी वाले यात्रियों ने किया है। पलभर के लिए ईश्वर को सभी लोग याद करने लगे थे। प्लेटफार्म पर मौजूद लोग तक दौड़कर पहुंच गए।
जय कुमार, यात्री

पहिए कैसे उतरे इसकी जांच की जा रही है। घटना के तत्काल बाद पहिए को वापस ट्रैक पर लाने का कार्य तेजी से किया गया और ट्रेन गंतव्य की ओर भेजी गई।
अमित सिंह, मंडल पीआरओ, प्रयागराज

Posted By: Inextlive