समलैंगिक विवाह पर थाने में बैठी पंचायत
प्रयागराज (ब्यूरो)। मऊआइमा थाना क्षेत्र के रहने वाले एक युवक की शादी बहरिया की युवती से हुई है। बताया जाता है कि मऊआइमा की रहने वाली इस युवती का अपने रिश्तेदार के यहां बहरिया आना जाना था। इस दौरान उनकी नजर अपनी भाभी की बहन पर पड़ गयी। दावा है कि दोनो की गाढ़ी जमने लगी तो दोनों एक दूसरे को दिल दे बैठीं। दोनों के लड़की होने से दोनों परिवारों को इस रिश्ते की हवा तक नहीं लगी। किसी ने इस स्तर पर जाकर सोचा भी नहीं कि दोनों समलैंगिक रिश्ता जीना चाहतीं है। बताते हैं कि पिछले साल मई महीने में मऊआइमा की रहने वाली युवती की शादी प्रतापगढ़ जिले में कर दी गयी थी। इस रिश्ते में वह बमुश्किल सात महीने भी नहीं रही। दिसंबर में ही उसने अपने पति से तलाक ले लिया। शादी कर लेना बताया तो परिजन चौंके
शनिवार को दिन में मऊआइमा की रहने वाली युवती बहरिया क्षेत्र में रहने वाली युवती के घर पहुंच गयी। दोनों में कुछ देर बात हुई और फिर उसने साल चलने को कह दिया। परिवारवालों ने सवाल किया कि कहां चलो? तो जवाब मिला कि दोनों शादी कर चुकी हैं और साथ रहने के लिए जाना चाहती हैं। पहले तो परिवारवालों को यह मजाक लगा लेकिन मऊआइमा की युवती अड़ी रही और बहरिया की युवती सपोर्ट करती रही तो उनके पैरों तले से जमीन खिसक गयी। उन्होंने दोनो को डांटना शुरू कर दिया। इस पर दबाव बनाने के लिए दोनों युवतियां थाने पहुंच गयीं। यह जानकर घर के लोग भी थाने पहुंच गये।कहा, कौशांबी के मंदिर में की शादीथाने में पंचायत के दौरान दोनों युवतियां एक सुर में बोलने लगीं और दावा किया कि दोनों ने पिछले साल अगस्त महीने में कौशांबी जिले के एक मंदिर में शादी कर ली है। अब दोनों साथ रहना चाहती हैं। एक-दूसरे बगैर रह नहीं सकतीं। पुलिस ने विवाह से संबंधित फोटोग्राफ दिखाने को कहा तो दोनो ने तर्क दिया कि मंदिर में शादी की कोई फोटो नहीं खींची गयी है। इसके बाद बहरिया की युवती के परिवारवाले हावी हो गये और उसे अपने साथ ले गये। प्रकरण आज थाने में आया था। युवतियों का दावा था कि दोनों शादी कर चुकी हैं और साथ ही रहना चाहती हैं। शादी का कोई प्रमाण वे मांगने पर दे नहीं सकीं।रवि प्रकाश एसओ, बहरिया