हर बेड पर होगी आक्सीजन
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बेड हैं एसआरएन कोविड वार्ड में हैं मौजृद 466 नए बेड बढ़ाने का काम है जारी 1000-1000 लीटर के दो नए आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाए जा रहे 13 करोड़ की लागत से सभी बेड पर पहुंचाए जा रहे आक्सीजन सप्लाई पाइप 200 नए जंबो आक्सीजन सिलेंडर इमरजेंसी के लिए मंगाए जा रहे 100 बेड का पीडियाट्रिक आईसीयू वार्ड बनकर है तैयार - कोरोना की तीसरी लहर से मुकाबले के लिए तैयार हो रहा एसआरएन अस्पताल - बढ़ाई जा रही है बेडों की संख्या, लगेंगे दो नए आक्सीजन जनरेशन प्लांटप्रयागराज- कोरोना की दूसरी लहर का भयावह रूप देखने के बाद शासन व प्रशासन संभावित तीसरी लहर को लेकर कोई लापरवाही नही करना चाहता है। एसआरएन अस्पताल को इस लहर से मुकाबले के लिए तैयार किया जा रहा है। अस्पताल में बेडों की संख्या बढ़ाने के साथ दो नए आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं हर बेड पर आक्सीजन पहुंचाने की कोशिश भी जारी है। एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि इमरजेंसी के लिए नए जंबो सिलेंडर भी खरीदे जा रहे हैं।
बढ़ाए जा रहे 466 नए बेडकोरोना की दूसरी लहर के दौरान एसआरएन अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए 600 बेड मौजूद थे। लेकिन मरीजों की संख्या अधिक होने के चलते अब यहां बेडों की संख्या बढ़ाकर 1066 की जा रही है। जिससे मरीजों को भर्ती करने में क्राइसिस का सामना नहीं करना पड़े। इनमें सौ बेड पीडियाट्रिक आइसीयू वार्ड के हैं। जिनमे जरूरत पड़ने पर बच्चों को भर्ती किया जाना है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि जल्द ही 466 नए बेड के साथ कोविड वार्ड तैयार हो जाएंगे।
बेड पर ही मिल जाएगी आक्सीजन इस महीने के अंत तक सभी 1066 बेडों पर आक्सीजन सप्लाई पाइप भी मौजूद रहेंगे। यानी मरीजों को सिलेंडर के जरिए आक्सीजन देने की जरूरत शायद ही पड़े। अभी 700 बेडों पर आक्सीजन सप्लाई मौजूद है। शासन ने इस काम के लिए 211 करोड़ जारी कर दिए हैं। जबकि इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 1300 करोड़ है। इसके बाद मरीजों को बेड पर ही आक्सीजन मिल जाएगी। दो नए प्लांट बढ़ाएंगे आक्सीजन कैपिसिटीइस समय एसआरएन के पास 40 हजार लीटर प्रति मिनट कैपिसिटी के दो प्लांट हैं। जल्द ही यहां एक-एक हजार कैपिसिटी के दो आक्सीजन प्लांट लगने जा रहे हैं। इसके बाद अस्पताल में आक्सीजन की सप्लाई कैपिसिटी 40 से 42 हजार लीटर हो जाएगी। यह दोनों प्लांट लिक्विंड आक्सीजन के होंगे। मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि प्लांट के लिए जमशेदपुर से लिक्विड आक्सीजन के टैंकर मंगाए जा रहे हैं। नए प्लांट लगने के बाद टैंकर की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा इमरजेंसी के लिए दो सौ नए जंबो आक्सीजन सिलेंडर भी मंगाए जा रहे हैं।
वर्जन कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां चल रही हैं। बेड बढ़ाने के साथ नए आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाए जा रहे हैं। हर बेड पर आक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा कई और प्रोजेक्ट पूरे होने की कगार पर हैं। प्रो। एसपी सिंह, प्रिंसिपल एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज